फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट में संदिग्ध हमलावर गिरफ्तार
३ मार्च २०११पुलिस के मुताबिक अमेरिकी सैनिकों पर हमला करने वाला संदिग्ध 21 साल का युवक है, जो मूल रूप से कोसोवो का है. ऐसी रिपोर्टें हैं कि संदिग्ध युवक का अमेरिकी एयरफोर्स के जवानों से किसी बात पर झगड़ा हुआ. अभी यह पूरी तरह साफ नहीं हुआ है कि हमलावर का मकसद क्या था. अधिकारियों का कहना है कि अमेरिकी एयरफोर्स के जवानों के लेकर आर्मी बस रामश्टाइन एयर फोर्स बेस जा रही थी. इसी दौरान बस पर हमला किया गया.
गोलियां बस के ड्राइवर और तीन अमेरिकी फौजियों को लगीं. जर्मनी के शहर श्टुटगार्ट के अमेरिकी सैन्य अड्डे ने दो जवानों के मारे जाने की पुष्टि कर दी है. मृतकों के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं. फायरिंग के बाद आरोपी युवक ने भागने की कोशिश की. लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस के जवानों ने उसे एयरपोर्ट के टर्मिनल दो के पास गिरफ्तार कर लिया.
अधिकारियों के मुताबिक अमेरिकी जवान लंदन से एक सामान्य फ्लाइट पकड़कर जर्मनी पहुंचे. फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट से निकलकर उन्हें बस से रामश्टाइन एयर फोर्स बेस जाना था. अमेरिका का बड़ा सैनिक अड्डा जर्मनी में चलता है.
हेसे प्रांत के गृह मंत्री बोरिस राइन का कहना है कि फायरिंग से पहले अमेरिकी फौजियों और आरोपी के बीच तूतू मैंमैं हुई. इसके बाद उसने गोलियां चला दीं. अभी यह साफ नहीं हुआ है कि हमलावर पहले से हथियारबंद था या नहीं. जर्मनी में कानून इतने सख्त हैं कि बहुत कम लोग खुलेआम हथियार लेकर घूम सकते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और जर्मन चासंलर अंगेला मैर्केल ने हमले को चौंकाने वाली घटना बताया है. मैर्केल ने कहा, ''हम जांच के लिए जो कुछ भी हो सकता है, करेंगे. यह एक भयावह घटना है, जर्मनी मामले को पूरी तरह सामने लाएगा.''
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ने बयान जारी कर कहा, ''मैं दुखी और क्रोधित हूं. हम जर्मन अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि दोषियों को सजा दी जाए.''
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए जमाल