बढ़ता जर्सियों का कारोबार
२१ मई २०१३डॉर्टमुंड भले ही इस सीजन में बुंडेसलीगा में बायर्न म्यूनिख से पिछड़ गया हो, लेकिन चैंपियंस लीग के फाइनल में पहुंचने की वजह से फैन आर्टिकल का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है. और इसका फायदा प्यूमा को भी पहुंच रहा है. पिछले सालों में लगातार दो बार बुंडेसलीगा चैंपियन रहे डॉर्टमुंड के 3,00,000 फैंस के पास क्लब की हालिया जर्सी है.
यह परंपरागत जर्मन क्लब के लिए नया रिकॉर्ड है. अब तक उसने 2,30,000 जर्सियां बेची थीं. डॉर्टमुंड की जर्सी के लिए बढ़ती ललक का फायदा प्यूमा को मिल रहा है जो इस सीजन से उसके लिए जर्सियां बना रहा है. ये जर्सियां 40 से 80 यूरो के बीच बिकती हैं. दोनों के बीच आठ साल का करार हुआ है.
लेकिन जर्सियों की बिक्री में तेजी के बावजूद डॉर्टमुंड फिलहाल नंबर दो पर ही है. नंबर एक पर बेताज बादशाह बायर्न म्यूनिख है जो अगले सीजन में 6,00,000 जर्सियां बेचने की उम्मीद कर रहा है. बायर्न की जर्सियां सालों से एडिडास कंपनी बनाती है. पिछले 10 साल से उसकी बायर्न म्यूनिख में करीब 9 प्रतिशत की हिस्सेदारी भी है.
प्यूमा और एडिडास का एक और मुकाबला इस साल जर्मन कप के फाइनल में भी होगा. वहां बायर्न की भिडंत श्टुटगार्ट की फुटबॉल टीम से होगी. प्यूमा श्टुटगार्ट के लिए 2002 से जर्सियां बना रहा है.
एडिडास और प्यूमा दोनों ही कंपनियों का मुख्यालय जर्मन शहर हैर्त्सोगेनाउराख में है. दोनों की स्थापना कभी डासलर बंधुओं ने की थी, लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद वे झगड़ कर अलग हो गए और तब से एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी हैं.
एमजे/एजेए (एसआईडी, डीपीए)