बाढ़ और बारिश से जूझता मनीला
९ अगस्त २०१२मनीला में कम से कम 10 लाख लोग सड़कों पर आ गए हैं. शहर के ज्यादातर रास्ते पानी से भर गए हैं. 11 दिन से लगातार मानसून की तेज बारिश से मनीला का 60 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा पानी में डूबा गया है. बुधवार शाम को 57.7 मिलिमीटर वर्षा हुई जिसकी वजह से शहर को एलर्ट पर रखा गया. 2009 में इसी तरह की बारिश में 700 से ज्यादा लोग मारे गए थे और एक अरब डॉलर से ज्यादा नुकसान पहुंचा था.
मंगलवार से हो रही बारिश में 19 लोग मारे गए हैं और जुलाई में टाइफून साओला के आने के बाद अब तक इस बार 72 लोग भारी वर्षा की बलि चढ़े हैं. तीन बच्चों की मां जॉयस ऐन दिरी पूर्वी मनीला के मारिकिना इलाके में रह रही हैं. कहती हैं, "हम उम्मीद कर रहे हैं कि हम वापस घर लौट सकेंगे क्योंकि यहां मुश्किल है, हम सो नहीं पाते और खाना मिलना आसान नहीं है."
हालांकि मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि वे अपने सामान को खोना नहीं चाहते और घर के बाहर भी जान को खतरा है. राष्ट्रीय आपदा एजेंसी के प्रमुख बेनितो रामोस ने कहा, "हम नदी किनारे रह रहे लोगों को इलाका खाली करने की सलाह दे रहे हैं. अगर जरूरत पड़ी तो हम उन्हें जबरन वहां से निकालेंगे." एजेंसी के मुताबिक कम से कम साढ़े आठ लाख लोग बेघर हो गए हैं या बारिश की वजह से कहीं फंसे हुए हैं. रामोस का कहना है कि लोग नावों की मदद से सड़क पार कर रहे हैं, सारे इलाकों में इतना पानी भर चुका है. सरकार ने स्कूलों और दफ्तरों को राहत शिविरों में बदल दिया है. कई लोग अपने परिवारवालों और दोस्तों के साथ रहने चले गए हैं.
इस साल फिलिपीन्स में टाइफून सोला और तूफान हाइक्वी की वजह से बारिश बहुत ज्यादा हुई है. बारिश के साथ साथ समुद्र का पानी भी देश के पश्चिमी हिस्से को डुबाने लगा. बेनितो बताते हैं कि तटीय इलाकों की हालत अब भी खराब है. बाढ़ के पानी और समुद्र में कोई फर्क नहीं दिख रहा है.
मनीला के पास चार प्रांतों में आपदा घोषित की जा चुकी है. विश्लेषकों का मानना है कि फसलों के बेकार हो जाने की वजह से 36 लाख डॉलर का नुकसान हुआ है.
एमजी/एनआर (रॉयटर्स, डीपीए)