बाल ठाकरे के घर नहीं जाऊंगाः शाह रुख़
७ फ़रवरी २०१०कड़ी सुरक्षा के बीच मुंबई पहुंचे शाह रुख़ ने कहा, "मुझे लगता है कि जो भी मैंने कहा, उसे ग़लत तरीक़े से लिया गया. मैं अन्य देशों के साथ अच्छे रिश्तों के हक़ में हूं. ऐसा नहीं है कि मुझे अपने देश से ज़्यादा प्यारा कोई और देश है. यह कैसे हो सकता है." शाह रुख़ ख़ान ने आईपीएल 3 में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को न लेने पर हैरानी जताई थी. इसके बाद शिव सेना ने शाह रुख़ से माफ़ी मांगने को कहा. ऐसा न करने पर उनकी नई फ़िल्म 'माय नेम इज़ ख़ान' को महाराष्ट्र और मुंबई में न चलने देने की धमकी दी.
जब शाह रुख़ से पूछा गया कि क्या वह अपना पक्ष रखने बाल ठाकरे के घर 'मातोश्री' जाएंगे, तो उन्होंने कहा कि बाल ठाकरे एक सीनियर नेता हैं और वह कई बार उनके घर जा चुके हैं. वह कहते हैं, "मैं वहां अकसर जाता रहा हूं. मैं उनके साथ बैठकर चाय पीना पसंद करूंगा. लेकिन इस मुद्दे पर.. मुझे नहीं लगता कि वहां जाने की कोई वजह है.. अगर किसी को अपनी बात समझाने की बात है तो वह मैं पहले ही कर चुका हूं. मुझे नहीं लगता अब मुद्दे पर कुछ कहना बाक़ी है."
उधर शिव सेना ने शाह रुख़ पर अपने हमले को तेज़ करते हुए उन्हें 'गद्दार' बताया है लेकिन उनकी फ़िल्म को न चलने देने की अपनी धमकी वापस ले ली है. अपनी पार्टी के मुख पत्र सामना में बाल ठाकरे लिखते हैं, "शाह रुख़ को इटली की महिला (कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी) और युवराज (कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी) के आशीर्वाद से फ़िल्म रिलीज़ कर लेने दो. सेना इसका विरोध नहीं करेगी. लेकिन एक ख़ान जिसका नाम शाह रुख़ है, वह हमें पाकिस्तान से प्यार करने को कह रहा है और किसी को उसके इस विश्वासघात से घुटन महसूस नहीं होती. गद्दारो, कांग्रेस के आशीर्वाद करो, जो तुम करना चाहते हो. शिव सैनिकों के नेता क्यों अपना ख़ून बहाएं और बिना वजह जेल में जाएं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार