डीज़ल और पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों के कारण हमारी आबोहवा लगातार खराब होती जा रही है. हम अच्छी हवा में सांस ले सकें इसके लिए ज़रूरी है कि ईंधन के ऐसे विकल्प खोजे जाएं जिनसे धुआं ना हो. भारत में कई सालों से सीएनजी का इस्तेमाल हो रहा है, तो बेल्जियम में हाइड्रोजन बस चलाने की तैयारी चल रही है.