ब्रेक्जिट की बहस में फंसे ओबामा
२२ अप्रैल २०१६23 जून को होने वाले जनमत संग्रह से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति का यह हस्तक्षेप ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के लिए मदद साबित हो सकता है लेकिन ईयू विरोधियों की उग्र प्रतिक्रिया हुई है. लंदन के मेयर बोरिस जॉनसन ने कहा है कि राष्ट्रपति को खुद अपनी फिक्र करनी चाहिए. ईयू विरोधियों का समर्थन करने वाले दैनिक टेलिग्राफ में एक लेख में ओबामा ने दलील दी है कि यूरोपीय संघ में ब्रिटेन की सदस्यता उसके अंतरराष्ट्रीय प्रभाव को बढ़ाती है और उसकी सदस्यता में अमेरिका की भी गहरी रुचि है.
अमेरिकी की गहरी दिलचस्पी
हालांकि उन्होंने इस पर जोर दिया है कि फैसला ब्रिटेन की जनता को करना है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ईयू में ब्रिटेन की सदस्यता पर बेबाक राय व्यक्त की है. उन्होंने कहा, "मैं दोस्त की हैसियत से साफगोई से कहूंगा कि आपके फैसले के नतीजे में अमेरिकी की गहरी दिलचस्पी है. आप अभी जो भी रास्ता चुनेंगे उसकी प्रतिध्वनि अमेरिकियों की आज की पीढ़ी की संभावनाओं में दिखेगी."
ओबामा ने ईरान के साथ परमाणु समझौते की बातचीत और पेरिस की पर्यावरण संधि में यूरोपीय संघ की भूमिका पर जोर दिया. ब्रेक्जिट की बहस में आर्थिक पहलुओं की चर्चा करते हुए ओबामा ने कहा, "जब रोजगार बनाने, कारोबार और हमारे मूल्यों के अनुरूप आर्थिक विकास की बात होती है, तो ब्रिटेन को ईयू की सदस्यता का फायदा हुआ है."
ओबामा के बोलने पर रोक की मांग
ब्रेक्जिट पर ओबामा की राय पर उनके ब्रिटेन पहुंचने से पहले ही विवाद शुरू हो गया था. ईयू विरोधी अभियान के प्रमुख चेहरों में शामिल बोरिस जॉनसन ने कहा कि अमेरिका के लिए इस बहस में शामिल होना पूरी तरह पाखंडपूर्ण है. उन्होंने कहा, "अमेरिका के लिए हमें यह कहना कि हम अपने लोकतंत्र पर नियंत्रण का परित्याग कर दें, यह इस सिद्धांत का असाधारण उदाहरण है कि जैसा हम कहते हैं करो, न कि जैसा हम करते हैं."
ईयू विरोधी यूकिप पार्टी के नेता नाइजेल फराज और दूसरे ईयू विरोधियों ने ओबामा से ब्रेक्जिट की बहस से बाहर रहने को कहा है. संसद को भेजे गए एक ऑनलाइन दरख्वास्त पर 35,000 लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें ओबामा के बोलने पर रोक की मांग की गई है. ईयू में बने रहने का समर्थन कर रहे प्रधानमंत्री कैमरन ने कहा है कि अमेरिका के साथ ब्रिटेन के निकट रिश्ते विशेष और टिकाऊ हैं. उन्होंने कहा, "हमें दोस्तों और दूसरे देशों की सलाह को सुनना चाहिए."
हालांकि बहुत से विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं लेकिन अभी भी बहुत से लोगों ने ईयू की सदस्यता पर अंतिम फैसला नहीं किया है. पिछले छह जनमत सर्वेक्षणों के औसत आंकड़ों के अनुसार इस समय सदस्य बने रहने के पक्ष में 54 प्रतिशत समर्थन है जबकि 46 प्रतिशत ईयू छोड़ने का समर्थन कर रहे हैं.
एमजे/आईबी (एएफपी, डीपीए)