भारत पाक के बीच मैच 'युद्ध' नहीं
२६ मार्च २०११आलम ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, "इसे क्रिकेट ही रहने दें और हमे यह महसूस न कराएं जैसे कि हम युद्ध के मैदान में खड़े हों." पाकिस्तानी टीम के कप्तान रह चुके आलम मैच को लेकर इस तरह के प्रचार से खुश नहीं है क्योंकि इससे खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ता है. "इसकी क्या जरूरत है..हम अपने खिलड़ियों पर दबाव नहीं डालना चाहते, यह बेकार है. "
उन्होंने कहा कि एक टीम को हारना ही है लेकिन हारने वाली टीम को भी सम्मान से हारना होगा. "दोनों देश में लोग बहुत भावुक हैं. दोनों टीम जीत नहीं सकतीं और जो भी टीम हारती है, उसे सम्मान के साथ हारना होगा और हमें यह सकारात्मक संदेश देना चाहिए."
इंतिखाब आलम के लिए यह एक खास बात है कि सेमी फाइनल में एक बड़ा मैच खेल रहे हैं और भारत से भिड़ रहे हैं. "हमारे लिए एक वरदान है कि हम भारत में क्रिकेट खेलने आए हैं. यह एक खास मौका है, लेकिन हमें भारत में और ज्यादा खेलना चाहिए."
2008 में मुंबई हमलों के बाद दोनों देशों के बीच क्रिकेट मैच भी नहीं हुए हैं. भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को मैच देखने के लिए भारत आने का निमंत्रण भेजा है.
रिपोर्टः पीटीआई/एमजी
संपादनः आभा एम