महिलाओं को याद रहेगा साल 2017
गुलाबी हैट में लाखों की तादाद में मार्च करते प्रदर्शनकारी, शोषण करने वालों को "सूअर" कहती दुनिया की मशहूर हस्तियां और चिली से लेकर सऊदी अरब और भारत में महिलाओं के हक में बनते कानूनों से महिलाओं के लिए 2017 यादगार बन गया.
गर्भपात
साल की शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने दुनिया भर में गर्भपात की वकालत करने वाली स्वास्थ्य संस्थाओं की आर्थिक मदद रोकने के लिए कदम बढ़ाया. ट्रंप ने रीगन के जमाने की नीति का विस्तार किया. अमेरिका में गर्भपात का विरोध दुनिया के बाकी जगहों की तुलना में ज्यादा बड़ा था. मध्यपूर्व, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के देशों ने भी इसमें ज्यादा तेजी दिखाई.
बाल विवाह
मलावी, होंडुरास, त्रिनिदाद और टोबैगो, अल सल्वाडोर और ग्वाटेमाला ने बाल विवाह पर रोक लगाने के लिए या तो कानून बनाया या फिर कानून में संशोधन किया.
बलात्कारियों से शादी
लेबनान, ट्यूनीशिया और जॉर्डन ने 2017 में उन कानूनों को खत्म कर दिया जिसमें बलात्कारियों को पीड़ित महिला से शादी करने पर सजा से छूट मिल जाती थी. सामाजिक कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि अरब देश भी इस राह पर चलेंगे.
नाबालिग से सेक्स, बलात्कार
भारत में बाल विवाह तो पहले से ही गैरकानूनी है, अब 15-18 साल की उम्र वाली पत्नी के साथ सेक्स को भी बलात्कार घोषित कर दिया गया है और इसके लिए भी वही सजा होगी.
तीन तलाक
भारत में अल्पसंख्यक मुसलमान महिलाओं को एक बार में तीन बार तलाक कहकर विवाह तोड़ने की परंपरा पर भी सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी. संसद में इस पर रोक लगाने के लिए कानून बनाने का बिल भी पेश कर दिया गया.
गर्भपात का अधिकार
चिली ने कुछ परिस्थितियों में गर्भपात को कानूनी मंजूरी देने के लिए कदम उठाया. अब दुनिया में मुट्ठी भर देश ही ऐसे बचे हैं जहां गर्भपात पर पूरी तरह से मनाही है.
ड्राइविंग
सऊदी अरब में महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस देने का फैसला किया गया. इतना ही नहीं यहां नौकरियों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए अलग से वेबसाइट बनाई गई है. सऊदी अरब में महिलाओं को स्टेडियम जाकर मैच देखने का भी अधिकार मिला.
सेक्सिज्म
जिस दिन अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली उस दिन लाखों की तादाद में महिलाओं ने गुलाबी पुसीहैट पहन कर प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन ट्रंप की महिलाओं के गुप्तांगों को लेकर की गई टीका टिप्पणी के विरोध में था जो एक पुराने वीडियो में दिखा था.
पिंक प्रोटेस्ट
जिस दिन अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली उस दिन लाखों की तादाद में महिलाओं ने गुलाबी पुसीहैट पहन कर प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन महिलाओं के गुप्तांगों को लेकर की गई ट्रंप की टीका टिप्पणी के विरोध में था जो एक पुराने वीडियो में दिखा था.
यौन शोषण
इसके कुछ महीनों बाद दुनिया की लाखों महिलाओं ने अपने साथ हुए यौन दुर्व्यवहारों की कहानियों को शेयर कर अहम पदों पर बैठे लोगों को शर्मसार हो कर इस्तीफा देने पर विवश कर दिया.