मुठभेड़ से यूरोप में चिंता
१६ जनवरी २०१५बेल्जियम में प्रशासन के आतंकवादी अलर्ट का स्तर बढ़ा दिया है. अधिकारियों का दावा है कि बीती रात आतंकवादियों के एक नेटवर्क के साथ मुठभेड़ के बाद अलर्ट घोषित किया गया है. एहतियात के तौर पर देश के सभी यहूदी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. बेल्जियम की पुलिस ने गुरुवार रात जर्मनी से सटे इलाके फेरफिये में छापा मारा. अधिकारियों के मुताबिक संदिग्ध बड़े हमले की तैयारी कर रहे थे.
मुठभेड़ के कुछ घंटों बाद संघीय पुलिस के प्रवक्ता ने बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पुलिस के मुताबिक पहली गोली संदिग्धों की तरफ चली. थियेरी वेर्ट ने कहा, "तलाशी के दौरान कुछ खास संदिग्धों ने पुलिस की स्पेशल फोर्स पर तुरंत ऑटोमैटिक हथियारों से गोली चलानी शुरू कर दी. उन्होंने कई मिनट तक गोलियां चलाईं. दो संदिग्ध मारे गए और एक को गिरफ्तार किया गया है."
पुलिस का दावा है कि कुछ संदिग्ध इस्लामिक स्टेट के आतंकवाद से जूझ रहे सीरिया से लौटे हैं. वेर्ट के मुताबिक, "ऑपरेशन सेल में करीब 10 लोग हैं, जिनमें से कुछ सीरिया से लौटे हैं. वे बेल्जियम में तगड़ा आतंकवादी हमला करने की फिराक में थे." फेरफिये में गुरुवार की रात से शुक्रवार तड़के तक पुलिस ने कई जगहों पर छापे मारे. अधिकारियों को शक है कि संदिग्ध पुलिस प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की तैयारी कर रहे थे. इसी वजह से अलर्ट का स्तर दो से बढ़ाकर तीन किया गया है. पुलिस प्रवक्ता ने लोगों को आगाह करते हुए कहा, "ये दिखाता है कि हमें बहुत ही सावधान रहने की जरूरत है." उन्होंने संदिग्धों को स्वचालित हथियारों से लैस और ट्रेनिंग पाए हुए लोग करार दिया.
जर्मन पुलिस ने भी गुरुवार रात संदिग्ध जगहों पर छापे मारे. राजधानी बर्लिन में पुलिस ने कट्टरपंथी इस्लामी सलाफियों के 11 ठिकानों पर छापे मारे. दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है. पुलिस के मुताबिक उसे काफी समय से 31 से 44 साल के पांच तुर्क नागरिकों की तलाश थी. इन पर सीरिया के खिलाफ हिंसा की तैयारी और हवाला के आरोप हैं. इन्हीं की खोजबीन के दौरान दो लोग हिरासत में लिए गए. हालांकि जर्मन पुलिस ने साफ किया है कि संदिग्ध जर्मनी पर हमले की योजना नहीं बना रहे थे. जर्मन शहर वोल्फ्सबुर्ग में भी इस्लामिक स्टेट से संबंध रखने के आरोप में 26 साल के युवा को हिरासत में लिया गया है.
फ्रांस की राजधानी पेरिस में सात जनवरी 2015 को कार्टून पत्रिका शार्ली एब्दॉ के दफ्तर पर आतंकवादी हमला हुआ. हमले में 12 लोग मारे गए. आतंकवादियों को दबोचने की कोशिश में दो पुलिस अधिकारियों की भी मौत हुई. हमले की जिम्मेदारी अल कायदा ने ली. शार्ली एब्दॉ हमले के बाद यूरोप में आतंकवाद का खतरा चिंता का कारण बन चुका है. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक यूरोप के सैकड़ों युवा इस वक्त इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट की तरफ से लड़ाई लड़ रहे हैं.
ओएसजे/एमजे (डीपीए, रॉयटर्स, एएफपी)