मैर्केल की शरणार्थी नीति पर बरसे ट्रंप
१६ जनवरी २०१७
जर्मनी के अखबार बिल्ड और ब्रिटिश अखबार द टाइम्स ऑफ लंदन को दिये साझा इंटरव्यू में अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कई मुद्दों पर बात की. जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल की शरणार्थी नीति की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि मैर्केल ने एक विनाशकारी गलती की है, इन सब अवैध लोगों को लेकर, आपको पता है, सब लोगों को लेना चाहे वो कहीं से भी आएं. कोई नहीं जानता कि वे कहां से आते हैं. इसीलिए मुझे लगता है कि उन्होंने एक विनाशकारी गलती की है."
2015 में जर्मन चांसलर ने शरणार्थियों के लिए देश के दरवाजे खोल दिये थे. साल भर के भीतर करीब 9 लाख शरणार्थी जर्मनी आए. इनमें ज्यादातर सीरिया के थे. तब जर्मनी में "रिफ्यूजी वेलकम" का नारा सुनाई दे रहा था. मैर्केल ने भी कहा कि "हम यह इंतजाम कर सकते हैं." लेकिन अब माहौल बदल चुका है.
अरबपति कारोबारी ट्रंप ने कहा कि दिसंबर 2016 में बर्लिन के क्रिसमस मार्केट पर हुए ट्रक हमले के बाद जर्मनी को साफ अंदाजा हो चुका है कि मैर्केल की नीति का क्या नतीजा है. इस आलोचना के बावजूद ट्रंप ने मैर्केल को "एक जबरदस्त नेता" बताया और कहा कि वह उनकी "कद्र" करते हैं, लेकिन शायद यह भरोसा ज्यादा लंबा न चले.
ब्रेक्जिट को "एक जबरदस्त कदम" साबित करने के लिए ट्रंप ने यूके के साथ नई कारोबारी डील करने का वादा किया, "हम इसे फटाफट करने और अच्छे से करने के लिए तेजी से बहुत कड़ी मेहनत करेंगे. यह दोनों पक्षों के लिए अच्छा रहेगा." ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा में कह चुकी हैं कि ब्रेक्जिट काफी "झटकेदार" होगा. ब्रिटेन ने पिछले साल यूरोपीय संघ के अलग होने का फैसला किया था. ब्रेक्जिट की प्रक्रिया मार्च 2017 से शुरू होनी है.
और टूटेगा यूरोपीय संघ
ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा कि आप्रवासन के मुद्दे पर 28 देशों का यूरोपीय संघ और टूटेगा, "लोग, देश अपनी पहचान चाहते हैं और यूनाइटेड किंगडम भी अपनी पहचान चाहता था. अगर यूरोप के अलग अलग हिस्सों में शरणार्थी लगातार उमड़ते रहे, तो मुझे लगता है ऐसे में हर चीज को साथ रखना बहुत मुश्किल होगा क्योंकि लोग इससे नाराज हैं."
अमेरिका के नए राष्ट्रपति ने शरणार्थी संकट को भी ब्रेक्जिट का एक अहम कारण बताया, "अगर उन्हें शरणार्थियों को लेने के लिए बाध्य नहीं किया गया होता, तो शायद मुझे लगता है कि ब्रेक्जिट नहीं होता. यह आखिरी बोझ था जिसने ऊंट की कमर तोड़ दी." जर्मनी की आलोचना करते हुए ट्रंप ने कहा कि यूरोपीय संघ "जर्मनी के लिए गाड़ी" बन चुका है.
नाटो की उम्र कितनी?
ट्रंप ने अमेरिका और उसके सहयोगियों के दशकों पुराने सैन्य संगठन नाटो को भी "जर्जर" करार दिया, "मैंने काफी पहले कहा था कि नाटो में समस्याएं हैं. पहली तो यह कि वह जर्जर है, क्योंकि उसे कई साल पहले बनाया गया था." नाटो को अब भी अहम बताते हुए ट्रंप ने कहा कि नाटो के कुछ सदस्य देश पर्याप्त भुगतान नहीं कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, "हमसे देशों को बचाने की उम्मीद की जाती है. लेकिन इनमें से कई देश जितना भुगतान उन्हें करना चाहिए, वह नहीं कर रहे हैं, मुझे लगता है कि यह अमेरिका के प्रति बड़ा अन्याय है. नाटो मेरे लिए बहुत अहम है. फिलहाल पांच ही देश भुगतान कर रहे हैं. पांच, ये काफी नहीं है." नाटो की 70 फीसदी वित्तीय जरूरतें फिलहाल अमेरिका पूरी करता है.
बीएमडब्ल्यू पर टैक्स
ट्रंप ने जर्मन कार कंपनी बीएमडब्ल्यू की गाड़ियों पर 35 फीसदी टैक्सी टैक्स लगाने की भी धमकी दी है. बीएमडब्ल्यू मेक्सिको में एक कारखाना बनाना चाहती है. वहां बनाई गई कारें अमेरिका में बेचे जाने की योजना है. जर्मन अखबार से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि बीएमडब्ल्यू को अपनी कार फैक्ट्री अमेरिका में बनानी चाहिए. बीएमडब्ल्यू की प्रवक्ता के मुताबिक कारखाना मेक्सिको के सान लुइज पोतोसी में ही लगेगा. फैक्ट्री में 2019 से बीएमडब्ल्यू 3 सीरीज का उत्पादन शुरू हो जाएगा.
इसी साल जर्मनी में भी चुनाव होने हैं. चांसलर मैर्केल एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं. ट्रंप के इंटरव्यू से ठीक पहले मैर्केल ने भी सख्त लहजे में ट्रंप को संदेश दिया. जर्मन चांसलर ने कहा, "हमारे कुछ पारंपरिक साझेदारों के नजरिये से देखें- और मैं भी यहां ट्रांसअटलांटिक रिश्तों के बारे में सोच रही हूं- हम यूरोपीयनों के साथ गहरी साझेदारी की कोई स्थायी गारंटी नहीं है."
ओएसजे/एमजे (डीपीए, एएफपी, रॉयटर्स)