मैर्केल से मशहूर हाइडी, एक लाख फैन्स
१३ जनवरी २०११जर्मनी के लाइप्सिग शहर में मशहूर चिड़ियाघर का सबसे चहेता प्राणी अगर कोई है तो वह है हाइडी. एक स्टार से भी ज्यादा मशहूर. उसके नाम पर यू ट्यूब पर एक गाना है जो लोग बहुत पसंद कर रहे हैं और दुनिया भर के प्रेस की नजरें उस पर टिकी हुई हैं. फेसबुक पर फिलहाल हाइडी के फैन्स की संख्या जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल से भी ज्यादा है.
कई लोगों को हाइडी सुंदर लगती है. अखबार फ्रांकफुर्टर अलगमाइने त्साइटुंग ने तो उसे नए क्नूट का दर्जा दे दिया. क्नूट 2006 में बर्लिन के चिड़ियाघर में पैदा होने वाला सफेद भालू था. लेकिन उसकी मां ने देखभाल नहीं की. तब चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने उसका ध्यान रखा. बर्लिन के चिड़ियाघर में इस भालू को देखने के लिए लोगों का मजमा लगा रहता है.
ऐसी ही दीवानगी अब हाइडी को लेकर दिख रही है. लाइप्सिग के चिड़ियाघर के प्रमुख योर्ग युनहोल्ड कहते हैं, "हमने यह प्रचार नहीं किया है. यह एक कहानी है जो मीडिया और इंटरनेट के कारण बढ़ी है."
चहेती चुहिया हाइडी इस दीवानगी की शुरुआत दिसंबर 2010 में हुई जब उन जानवरों के बारे में एक रिपोर्ताज तैयार किया गया जो गर्मियों से जू में शामिल होने वाले हैं. इसी दौरान हाइडी नजर में आई. हालांकि अभी तक चिड़ियाघर में हाइडी को लोग नहीं देख सकते हैं, फिर भी वह दिलों में तो बैठ ही गई है. गर्मियों से लोग हाइडी को देख सकेंगे.
प्यारे से दिखने वाले प्राणी लोगों के दिलों पर छा जाते हैं और वे चिड़ियाघरों के लिए एकदम फायदेमंद साबित होते हैं. क्नूट के बाद लोगों की पसंद न्यूरेनबर्ग की मादा भालू फ्लॉके बनी. उसका नामकरण संस्कार तो टीवी पर लाइव दिखाया गया. इसी तरह पॉल ऑक्टोपस को अभी तक लोग नहीं भूले हैं जिसने पिछले साल फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान टीमों की जीत की सही भविष्यवाणी कर सनसनी फैला दी.
दुखद कहानी
वैसे हाइडी की कहानी थोड़ी सी दुखद है. हाइडी को अमेरिका में पाला पोसा गया. उसका वजन बहुत ज्यादा है और चर्बी ज्यादा होने के कारण वह भेंगी हो गई. इसीलिए हाइडी आजकल डायट पर है. इस चुहिया का डायट कितना सफल होगा यह तो पता नहीं लेकिन हो सकता है कि जिस आकृति के कारण वह अभी इतनी पसंद की जा रही है, ठीक होने के बाद यह लोकप्रियता बचेगी या नहीं. जब तक हाइडी की आंखें तिरछी हैं, वह सबकी नजरों में निश्चित ही चढ़ी रहेगी. ये आंखें और उसका मोटापा ही उसे दूसरे चूहों से अलग बनाता है. सेक्सनी राज्य ने हाइडी के लिए नए साल की शुभकामना वाला एक इलेक्ट्रॉनिक कार्ड बनाया जो इस बीच 1500 से ज्यादा बार भेजा जा चुका है.
फिलहाल लाइप्सिग चिड़ियाघर इस चुहिया की लोकप्रियता से कोई पैसा नहीं कमा रहा. हाइडी की लोकप्रियता का कोई फायदा नहीं उठाए, इसका लाइप्सिग चिड़ियाघर ने ध्यान रखा है. यूनहोल्ड ने कहा, "फिलहाल हम किसी भी मार्केटिंग में हिस्सेदार नहीं हैं."
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे
संपादनः ए कुमार