यूरोपीय संघ ग्रीस की मदद को तैयार
२१ मार्च २०१०जर्मन अख़बार वेल्ट अम ज़ोन्टाग के साथ इंटरव्यू में रेन ने कहा कि ग्रीस की मदद के लिए एक ठोस प्रस्ताव लाने की पूरी तैयारी है. दो दिन पहले ही यूरोपीय आयोग के प्रमुख योज़े मैन्युअल बारोसो ने यूरोपीय संघ के सभी देशों से अपील की है कि ज़रूरत पड़ने पर ग्रीस के लिए वित्तीय सहायता तंत्र कायम किया जाए.
दरअसल ग्रीस को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के आगे हाथ फैलाने से रोकने के लिए यूरोपीय संघ पर खासा दबाव है. बारोसो ने जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल से ख़ास तौर पर अपील की जो ग्रीस को मदद देने के खिलाफ़ है. रविवार को मैर्केल ने कहा, "मुझे लगता है कि ग्रीस मुश्किल स्थिति का सामना कर रहा है. लेकिन ग्रीक प्रधानमंत्री कई बार मुझसे कह चुके हैं उन्होंने यूरोपीय संघ से आर्थिक मदद नहीं मांगी है. ऐसा कोई खतरा नहीं है कि ग्रीस अपनी आर्थिक देनदारियों के भुगतान में सक्षम नहीं है."
मैर्केल का कहना है कि जल्द होने वाले यूरोपीय संघ के शिखर सम्मेलन में ग्रीस का मुद्दा एजेंडे में शामिल नहीं है. यूरोपीय संघ के कड़े दबाव में ग्रीस को अपने सरकारी खर्चों में भारी कटौती करनी पड़ रही है. इस कारण वहां हिंसा, हड़ताल और प्रदर्शन आम हो गए हैं.
उधर इटली के प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी ने ग्रीस को यूरोपीय संघ की तरफ से मदद दिए जाने के प्रस्ताव का समर्थन किया है. इस तरह साझा मुद्रा यूरो का इस्तेमाल करने वाले 16 देशों के यूरो ज़ोन में ग्रीस के मुद्दे पर अलग अलग राय सामने आ रही हैं. इटली के बोलोगना शहर में एक चुनावी रैली के मौके पर बर्लुस्कोनी ने कहा कि वह ग्रीस को मदद के पक्ष में हैं. हालांकि यह कहना अभी जल्बाजी होगी कि 25 से 26 मार्च तक ब्रसेल्स में होने वाले यूरोपीय शिखर सम्मेलन में ग्रीस की स्थिति पर बात होगी या नहीं.
वहीं, आर्थिक सहयोग और विकास संगठन के प्रमुख एंगेल गुरिया ने ग्रीस से कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से मदद ले. उन्होंने इस मुद्दे पर हो रही तीखी प्रतिक्रिया पर भी सवाल उठाया है. दरअसल यूरोजोन के किसी देश ने अब तक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मदद नहीं ली और अगर ग्रीस के मामले में ऐसा होता है तो यह यूरोपीय संघ के लिए एक बड़ा धक्का होगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार