ये भी पहुंचे सिल्क रोड सम्मेलन में
चीन के सिल्क रूट सम्मेलन में 100 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. भारत ने इसका बहिष्कार किया. रूस और तुर्की के नेताओं सहित यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि भी मौजूद थे जिन्होंने चीन से अपना बाजार खोलने की मांग की.
बड़ा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
चीन के लिए 1949 में साम्यवादी गणतंत्र की स्थापना के बाद से सबसे बड़ी विदेशनैतिक पहल थी जिसमें 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि आए.
पाकिस्तान
शी जिन पिंग ने चीन पाकिस्तान आर्थिक कॉरीडोर को न्यू सिल्क रोड पहलकदमी का फ्लैगशिप प्रोजेक्ट बताया है. भारत इसका विरोध कर रहा है.
अर्जेंटीना
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरित्सियो मकरी और उनकी पत्नी का स्वागत चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनकी पत्नी पेंग लीयुआन ने किया.
चिली
चिली की राष्ट्रपति मिशेल बाखेलेट ने भी बीजिंग में हुए न्यू सिल्क रूट सम्मेलन में हिस्सा लिया.
तुर्की
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोवान अपनी पत्नी के साथ शी जिनपिंग और उनकी पत्नी से मिले.
रूस
चीन से दोस्ती तलाश रहे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी सिल्क रोड सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे.
जर्मनी
जर्मन वाणिज्य मंत्री सिप्रिस ने सम्मेलन में हिस्सा लिया और चीन से अपना बाजार खोलने की मांग की.