ये सब बदलाव लाएगा ब्रेक्जिट
यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के बीच ब्रेक्जिट समझौता हो गया है. अब तक ज्यादातर नागरिकों को ब्रेक्जिट की हकीकत का सामना नहीं हुआ है. पहली जनवरी को जब वे सोकर उठेंगे तो उनके लिए बहुत कुछ बदला हुआ होगा.
यूरोपीय बंधन से आजादी
पांच दशक तक यूरोपीय संघ का हिस्सा रहने के बाद ब्रिटेन आजादी की एक नई राह पर है. पांच दशक के निकट आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समन्वय के बाद अब ब्रिटेन सारे फैसले अकेले ले सकेगा.
काम करने का अधिकार
हालांकि कोरोना की वजह से यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के बीच आवाजाही में यूं भी कमी आई है, लेकिन भविष्य में आवाजाही और कम हो सकती है. दोनों के नागरिकों को अब एक दूसरे के यहां रहने और काम करने का स्वाभाविक अधिकार नहीं होगा.
मौजूदा प्रवासियों की स्थिति
यूरोप में वैध रूप से रहने वाले 10 लाख ब्रिटिश नागरिकों और ब्रिटेन में रहने वाले 30 लाख यूरोपीय नागरिकों की स्थिति बहुत नहीं बदलेगी. समझौते के अनुसार आम तौर पर उनके अधिकार वही रहेंगे जो इस समय हैं.
रोजगार पर भी असर
मुक्त आवाजाही के खात्मे का मतलब श्रम बाजार पर दबाव भी होगा. टूरिस्ट वीजा पर यूरोप आए ब्रिटिश नागरिक या ब्रिटेन गए यूरोपीय नागरिक अब फटाफट किसी रेस्तरां या बार में पार्ट टाइम जॉब शुरू नहीं कर सकेंगे.
पर्यटन वीजा
एक दूसरे के यहां छुट्टी बिताने के लिए वीजा लेने की जरूरत नहीं होगी. लेकिन यूरोपीय संघ में ब्रिटेन के लोग 180 दिनों में 90 दिन ही रह पाएंगे जबकि ब्रिटेन यूरोपीय नागरिकों को लगातार छह महीने रहने की अनुमति देगा.
चिकित्सा बीमा
यूरोप आने वाले ब्रिटिश नागरिकों और ब्रिटेन जाने वाले यूरोपीय नागरिकों को अब अलग से चिकित्सा बीमा लेना होगा. उन्हें यूरोपीय हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड जारी नहीं किया जाएगा. यह कार्ड पूरे यूरोपीय संघ में चिकित्सा सुविधा मुहैया कराता है.
पालतू जानवर
ब्रेक्जिट का असर पालतू जानवरों की आवाजाही पर भी होगा. गर्म स्पेन में लंबी छुट्टियां बिताने वाले ब्रिटिश नागरिक अक्सर पालतू जानवर साथ लाते थे. उन्हें अब यात्रा से 21 दिन पहले टीका लगवाना होगा और हेल्थ सर्टिफिकेट लेना होगा.
ड्राइविंग लाइसेंस
ताजा समझौते के बाद ड्राइवरों को कोई समस्या नहीं रहेगी. उनके ड्राइविंग लाइसेंस मान्य होंगे लेकिन ब्रिटिश चैनल पार करने वाले यात्रियों को साबित करना होगा कि उनके पास जरूरी बीमा है.
शिक्षा और रिसर्च
ब्रिटेन ने ब्रेक्जिट के साथ ही यूरोपीय छात्र आदान प्रदान कार्यक्रम इरास्मस से भी बाहर निकलने का फैसला किया है. इस कार्यक्रम के तहत ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के दूसरे सदस्य देशों के छात्र एक दूसरे के यहां पढ़ सकते थे.