योआखिम लोएव की "नया जर्मनी" फुटबॉल टीम
तीन विश्व कप विजेताओं को टीम से निकालने के बाद जर्मन फुटबॉल टीम के ट्रेनर योआखिम लोएव ने टीम के खिलाड़ियों की घोषणा की है. इसे वे नया जर्मनी बता रहे हैं.
लिरॉय सने (17 अंतरराष्ट्रीय मैच)
विश्वकप 2018 की टीम में सबसे विवादास्पद फैसला लेरॉय को साथ नहीं ले जाना था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मैदान पर सबसे अनुभवी खिलाड़ी को अभी भी बहुत कुछ साबित करना है. मैनचेस्टर सिटी के लिए खेलने वाले लेरॉय अपनी सीधी दौड़ और गति के कारण टीम की ताकत हैं.
सैर्ज ग्नाब्री (5 अंतरराष्ट्रीय मैच)
बायर्न म्यूनिख के लिए खेलने वाले सैर्ज 2016 के ओलंपिक सिल्वर मेडल विजेता हैं. उन्होंने पिछले साल सैन मरीनो के खिलाफ हैट ट्रिक लगाया था. पुराने खिलाड़ियों में लोएव के भरोसे की वजह से वे अभी तक खुद को टीम में स्थापित नहीं कर सके हैं. लेकिन ये जल्द ही बदल सकता है.
काई हावैर्त्स (2 अंतरराष्ट्रीय मैच)
टीनएजर हावैर्त्स ने 19 की उम्र में फुटबॉल के मैदान पर काफी कुछ हासिल किया है. आक्रामक मिडफील्ड के वे तीसरे खिलाड़ी हैं. बायर लेवरकूजेन के लिए खेलने वाले हावैर्त्स ने बुंडेसलीगा में 79 मैच खेले हैं और टीम में अहम स्थान बनाया है. मेसुत ओएजिल के संन्यास ने उनके लिए राह खोली है.
योनाथन ताह (4 अंतरराष्ट्रीय मैच)
लेवरकूजेन की टीम में हावैर्त्स के साथ खेलने वाले 23 वर्षीय योनाथन 2016 की यूरो टीम में शामिल थे लेकिन रूस के खिलाफ नहीं खेल पाए. तीन साल पहले टीम में शामिल होने के बद सिर्फ 4 मैच का आंकड़ा उनके संघर्ष को दर्शाता है. माट्स हुमेल्स और जेरोम बोआटेंग के जाने के बाद उनके लिए मौके बने हैं.
थीलो केरर (4 अंतरराष्ट्रीय मैच)
रक्षा पांत में खाली हुई जगहों का फायदा उठाने को आतुर खिलाड़ियों में थीलो केरर भी हैं. वे सेंटर बैक में खेल सकते हैं लेकिन राइट बैक की जगह भी भर सकते है. 22 वर्षीय थीलो केरर पहले शाल्के के लिए खेलते थे लेकिन अब पैरिस साँ जैर्मां की टीम में रेगुलर खिलाड़ी हैं. कभी कभी एकाग्रता खोने के बावजूद उनमें क्षमता है.
मक्सीमिलियान एगेस्टाइन (0 अंतरराष्ट्रीय मैच)
गोल पर नजर रखने वाले मिडफील्डर मक्सीमिलियान वैर्डर ब्रेमेन के लिए खेलते हैं. बहुत से लोगों को उम्मद थी कि वे नवंबर में ही टीम में जगह बना लेंगे क्योंकि उन्होंने सीजन में धमाकेदार शुरुआत की थी. हालांकि गोलों की शुरुआती बरसात कुछ थम सी गई है लेकिन वे अंतरराषट्रीय मंच पर छाप छोड़ने की उम्मीद कर रहे हैं.
निकलास श्टार्क (0 अंतरराष्ट्रीय मैच)
युवा टीम में पककर सीनियर टीम में शामिल होने वाले निकलास भी टीम में अपनी छाप छोड़ने के लिए उत्सुक हैं. श्टार्क ने हैर्था बर्लिन के साथ मजबूत सीजन खेला है और 2015 में राजधानी की टीम में शामिल होने के बाद से टीम के लिए प्रभावशाली हस्ती बन गए हैं. हालांकि वे सेंटर बैक में खेलते हैं लेकिन मिडफील्ड में भी जगह ले सकते हैं.
निको शुल्स (4 अंतरराष्ट्रीय मैच)
टीम की सुरक्षा पांत को मजबूती देने में निका शुल्त्स अहम भूमिका निभा सकते हैं. वे होफेनहाइम की टीम में अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं. बर्लिन में जन्मे 25 वर्षीय नीको लोएव की नई रणनीति में लाभदायक स्थिति में हो सकते हैं. लोएव तीन खिलाड़ियों को बैक में खिलाना चाहते हैं.
मार्सेल हाल्स्टेनबर्ग (1 अंतरराष्ट्रीय मैच)
योनास हेक्टर की जगह लेने वाले एक संभावित खिलाड़ी मार्सेल हैं. लाइपजिग के लिए खेलने वाले मार्सेल ने कोलोन के लिए खेलते हुए 2017 में जर्मन टीम के लिए खेला था लेकिन उसके बाद वे टीम की जर्सी में नजर नहीं आए हैं. उनका मजबूत और सीधा स्टाइल लोएव की नई रणनीति में फिट बैठ सकता है.
लुकास क्लोस्टरमन (0 अंतरराष्ट्रीय मैच)
रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली जर्मन टीम के सदस्य रहे लुकास फुल बैक खिलाड़ी हैं. 22 साल के लुकास भी मार्सेल की तरह लाइपजिग की टीम में खेलते हैं और फुल बैक की पोजीशन से आगे की ओर बढ़ने में माहिर हैं. वे बुंडेसलीगा के सबसे दृढ़ सुरक्षा पांत का हिस्सा हैं.