लड़की की बॉलिंग पर सचिन की बैटिंग
२० जुलाई २०११टेस्ट क्रिकेट के 2000 वें मैच से पहले मिडिलसेक्स के लिए खेलने वाली 18 साल की रवीना लखतारिया ने सचिन को लॉर्ड्स में गेंदें फेंकी. लखतारिया उभरती हुई क्रिकेटर हैं और ब्रिटेन के लिए खेलना चाहती हैं. लेकिन भारतीय मूल की होने की वजह से उनका एक ही हीरो हैः सचिन तेंदुलकर.
बॉलिंग के बाद लखतारिया ने कहा, "सचिन को गेंदबाजी करने से मेरा भरोसा बढ़ा है. ऐसा करने के बाद मुझे लगता है कि मैं बिना डरे किसी को भी बॉलिंग कर सकती हूं." उन्होंने इसी साल ए लेवल (12वीं कक्षा) की परीक्षा पास की है और इस साल महिला क्रिकेट अकादमी के साथ टूर पर जाना चाहती हैं.
उनकी सचिन तेंदुलकर से पहली मुलाकात पिछले साल हुई, जब सचिन ने उन्हें गेंदबाजी करते हुए देखा. तब सचिन ने उन्हें बुला लिया. इस साल भी ऐसा ही कुछ हुआ और पूरी दोपहर वह सचिन को गेंदें फेंकती रहीं.
लखतारिया का कहना है, "यह एक महान अनुभव रहा. उन्होंने मुझे कई टिप्स भी दिए. उन्होंने मुझे बताया कि अगर विकेट मदद न कर रहा हो तो कैसे बॉलिंग करनी चाहिए. अगर यह स्पिन कर रहा हो, तो क्या करना चाहिए. महान बल्लेबाज से ऐसे टिप्स लेना बड़ी बात रही. एक बहुत अच्छा अनुभव रहा और मैं खुद को खुशकिस्मत समझ रही हूं."
इस दौरान तेंदुलकर शांत दिख रहे थे. उनके साथ उनके बेटे अर्जुन भी नेट्स पर नजर आए.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः आभा एम