लुफ्थांसा में हड़ताल, उड़ानें प्रभावित
४ सितम्बर २०१२मंगलवार को केबिन कर्मचारियों ने सुबह पांच बजे बर्लिन टेगेल हवाई अड्डे पर हड़ताल शुरू कर दी. एक घंटे बाद जर्मनी के सबसे बड़े हवाई अड्डे फ्रैंकफर्ट में हड़ताल शुरू हुई. यह हड़ताल आठ घंटे चलेंगी. म्यूनिख में दोपहर एक बजे हड़ताल शुरू होगी जो आधी रात तक चलेगी. लुफ्थांसा के केबिन कर्मचारियों के ट्रेड यूनियन ऊफो ने अचानक कहीं भी हड़ताल कर कंपनी को मुश्किल में डालने की रणनीति की घोषणा की थी.
ट्रेड यूनियन ने बर्लिन और फ्रैंकफर्ट में मंगलवार सुबह हड़ताल करने की घोषणा सोमवार शाम की थी. म्यूनिख में हड़ताल की जानकारी मंगलवार सुबह दी गई है. लुफ्थांसा के प्रवक्ता मिषाएल लाम्बैर्टी ने हड़ताल की घोषणा पर असंतोष व्यक्त किया है और कहा कि हम समझ ही नहीं सकते कि यहां पैसेंजर की कीमत पर हड़ताल की जा रही है. अपनी मांगों के समर्थन में पिछले हफ्ते केबिन कर्मचारियों ने फ्रैंकफर्ट में आठ घंटे की हड़ताल की थी और जर्मनी के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को ठप कर दिया था.
मंगलवार को भी लुफ्तांसा हड़ताल की वजह से कर्मचारियों की कमी पूरी करने की हालत में नहीं है और उसे कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा है. कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा है कि हड़ताल की अवधि में छोटी और मध्यम दूरी की करीब आधी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं जबकि लंबी दूरी की कुछ उड़ानों को भी रद्द करना पड़ा है. लुफ्थांसा ने हड़ताल को यात्री विरोधी बताया है.
लुफ्थांसा का कहना है कि अगर हड़ताल से सिर्फ छह घंटे पहले कंपनी को नोटिस दिया जाए तो यात्रियों को सूचना देने के लिए पर्याप्त समय नहीं बचता. ट्रेड यूनियन इसे कंपनी पर दबाव डालने की एकमात्र विकल्प बता रही है. ऊफो के प्रवक्ता अलेक्जांडर बेरेंस ने कहा, "हमें अफसोस है कि यात्रियों को तकलीफ हो रही है, लेकिन हमारी हालत में यह हमारी एकमात्र संभावना है."
ऊफो ट्रेड यूनियन के प्रमुख निकोलाई बाउबलीस ने कहा है कि यदि दूसरे दौर की हड़ताल के बावजूद कंपनी अपना अड़ियल रुख जारी रखती है तो सिर्फ सूई चुभाने से काम नहीं चलेगा. उनका कहना है कि बुधवार को हर जगह हड़ताल संभव नहीं है, लेकिन मंगलवार की हड़ताल से पैदा हुई अव्यवस्था के कारण जरूरी भी नहीं है. बाउबलीस ने कहा कि हम लुफ्थांसा को जवाब देने के लिए वक्त देना चाहते हैं.
लुफ्थांसा के केबिन कर्मचारी 13 महीने से कंपनी के साथ वेतनमान मुद्दों पर बातचीत कर रहे हैं लेकिन पिछले दिनों बातचीत विफल हो गई. तीन साल तक वेतन में कोई वृद्धि नहीं होने के बाद ट्रेड यूनियन ऊफो 5 फीसदी ज्यादा वेतन और नौकरियों की आउटसोर्सिंग से सुरक्षा की मांग कर रहा है. इसके विपरीत लुफ्थांसा कर्मचारियों के खर्च में कटौती करना चाहता है और प्रोमोशन के लिए जरूरी अवधि बढ़ाना चाहता है.
लुफ्थांसा का कहना है कि कंपनी में 18000 केबिन कर्मी काम करते हैं जबकि ऊफो 19400 कर्मचारियों की बात करता है. लुफ्थांसा ने 3.5 फीसदी वेतन वृद्धि की पेशकश की है, लेकिन बजट एयरलाइन शुरू करने की योजना पर अड़ा हुआ है.
एमजे/एएम (डीपीए)