वियतनाम में चीन विरोधी प्रदर्शन
दक्षिण चीन सागर में विवादित जगह को लेकर वियतनाम और चीन में ठन गई है. इसके बाद चीन के खिलाफ जम कर प्रदर्शन हुए. स्थिति काबू से बाहर होती दिखी.
तेल का खेल
चीन ने दक्षिण चीन सागर में तेल खनन के उपकरण लाने शुरू किए और यहीं से समस्या शुरू हुई. वियतनाम भी इस इलाके पर मिल्कियत जताता है. हनोई ने अपने पोत भेजे, तो चीन ने पानी के फव्वारे छोड़े.
भड़काऊ कदम
वियतनामियों का मानना है कि चीन का यह कदम भड़काने वाला साबित हुआ. इसके बाद अपने गुस्से का इजहार करने हजारों लोग सड़कों पर उतर आए.
हिंसा भी हुई
प्रदर्शन की शुरुआत अहिंसक तरीके से हुई लेकिन बाद में यह हिंसक हो उठा. वियताम के इंडस्ट्रियल पार्क में लोगों ने चीनी प्रतिष्ठानों में आग लगा दी. हिंसा में कई लोगों की जान गई.
सागर का नाम क्या है
वियतनाम के लोगों ने जो बैनर उठा रखे थे, उन पर लिखा था, "चीनी कम्युनिस्ट पार्टीः पूर्वी सागर छोड़ो". वहां के लोग इस सागर का नाम दक्षिण चीन सागर रखे जाने पर खुश नहीं हैं.
चीन का दावा
लेकिन दूसरी तरफ विशालकाय देश चीन का दावा है कि पूरा दक्षिण चीन सागर उसके कब्जे वाला इलाका है.
देर से कार्रवाई
हफ्तों के दंगे और हिंसा के बाद वियतनाम के सुरक्षा बलों ने 18 मई से इसे दबाने का प्रयास शुरू किया. अधिकारियों ने कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. हालांकि हो चिन मिन्ह सिटी में चीन के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहे.
चीन की सफाई
हनोई ने हिंसा और प्रदर्शन रोकने की कोशिश की. इस बीच चीन ने चार जहाजों को भेज कर वियतनाम से चीनी नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया. सबसे पहले वुजिशान जहाज 989 मुसाफिरों को लेकर चीन लौटा.
जमीन से भी...
हजारों चीनी नागरिकों को थल मार्ग से भी वियतनाम से हटाया गया. कई लोगों को कंबोडिया होते हुए वतन लौटना पड़ा.
कैसे हैं हालात
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक वियतनाम और चीन के बीच यातायात फिर से सामान्य हो चला है.