विरोध जताकर कलमाड़ी कॉमनवेल्थ समिति से हटे
२६ जनवरी २०११जरनैल सिंह ने खेल मंत्रालय को मंगलवार को लिखे गए एक संदेश में कहा कि कलमाड़ी और भनोट, दोनों में से किसी ने भी "हैंडिंग ओवर/टेकिंग ओवर चार्ज रिपोर्ट" नहीं लौटाए. यह रिपोर्ट उन्हें एक दिन पहले भेजी गई थी. चिट्ठी में सिंह ने लिखा है कि 24 जनवरी, 2011 को जिम्मेदारी लेने और देने के सिलसिले में रिपोर्ट भेजी गई थी ताकि उस पर अधिकारी अपने दस्तखत कर सकें. सिंह ने लिखा है कि 25 जनवरी 2011 तक उन्हें रिपोर्ट वापस नहीं मिले थे.
सुरेश कलमाड़ी को 24 जनवरी को आयोजन समिति (ओसी) की अध्यक्षता से हटा दिया गया था ताकि भ्रष्टाचार के आरोपों को बिना किसी बाधा के जांचा जा सके. कलमाड़ी के करीबी माने जा रहा ललित भनोट को भी ओसी के महासचिव के पद से हटा दिया गया. सीबीआई ने कॉमनवेल्थ खेलों में भ्रष्टाचार के सिलसिले में दोनों से पूछताछ की है. कलमाड़ी के करीब माना जाने वाले सभी अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है.
इस बीच खेल मंत्री अजय माकन को एक संदेश में कलमाड़ी ने कहा है कि उनका पद से हटाया जाना, "गैर कानूनी है" और इसकी कोई वजह नहीं है. उन्होंने लिखा है, "मैं 24 जनवरी के आदेश को लेकर हैरान हूं जिसमें गैरकानूनी और मनमाने ढंग से फैसला लेकर मुझे कॉमनवेल्थ आयोजन समिति और कार्यवाही समिति की अध्यक्षता से हटाया गया है." साथ ही उन्होंने लिखा है कि वे अपनी जिम्मेदारी 'अपना विद्रोह जताते हुए' सौंप रहे हैं.
कॉमनवेल्थ खेलों में केंद्रीय सतर्कता आयुक्त यानी सीवीसी के दफ्तर ने कुल आठ हजार करोड़ रुपयों के घोटाले की बात कही है. सीवीसी सहित कॉम्पट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल का दफ्तर और आयकर विभाग भी मामले की जांच कर रहे हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/एमजी
संपादनः एस गौड़