शाकाहारी भोजन से शरीर पर क्या असर पड़ता है
नॉन वेज के शौकीन आपको बताएंगे कि कोई भी सब्जी उतनी स्वादिष्ट और मजेदार नहीं होती, जितना कि चिकन और मटन. लेकिन ये स्वाद आपको नुकसान भी पहुंचाता है. जानिए, वेजेटेरियन होने से क्या क्या फायदा होता है.
शरीर की मरम्मत
पर्यावरण और जीवनशैली से जुड़े कारक जेनेटिक्स को भी प्रभावित करते हैं. हमारे भोजन में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व शरीर में क्षतिग्रस्त डीएनए की मरम्मत में मदद करते हैं. शाकाहारी भोजन के सेवन से प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को भी कम किया जा सकता है.
जलन में कमी
मांस या प्रोसेस्ड फूड खाकर अक्सर सीने या पेट में जलन का एहसास होता है. कभी कभार जलन होना बड़ी बात नहीं लेकिन इसका बना रहना खतरनाक है. शाकाहारी खानपान से इसमें कमी आती है क्योंकि इसके फाइबर में एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं.
कोलेस्ट्रॉल घटेगा
कोलेस्ट्रॉल से दिल की बीमारियों का भारी खतरा रहता है. शोध के मुताबिक जो लोग सब्जियां खाते हैं उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर 35 फीसदी तक कम होता है. पौधों से मिलने वाले उत्पादों में सैचुरेटेड फैट बहुत ही कम होता है.
डायबिटीज से बचाव
जीवों से मिलने वाला प्रोटीन, खासकर रेड मीट या प्रोसेस्ड मीट, टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ाता है. पशुओं की चर्बी, आयरन और अक्सर इसतेमाल होने वाले प्रेजर्वेटिव अग्नाशय की कोशिकाओं को बर्बाद करते हैं. वजन बढ़ाते हैं और इंसुलिन की कार्य क्षमता में दखल देते हैं.
बेहतर स्वास्थ्य
शाकाहारी भोजन में पाया जाने वाला फाइबर उन बैक्टीरिया के विकास में मदद करता है जो हमारी आंतों के लिए अच्छे हैं. ये पाचन में मदद करते हैं. पौधों से मिलने वाले जरूरी बैक्टीरिया शरीर के इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने, डायबिटीज, एथीरोस्क्लेरोसिस और लिवर की बीमारियों से शरीर की रक्षा करते हैं.
पर्याप्त प्रोटीन
भोजन में बाहरी प्रोटीन से ना तो शरीर ताकतवर बनता है ना ही पतला. फालतू प्रोटीन या तो वसा बन जाता है या फिर मल बनकर निकल जाता है. पशुओं से मिलने वाला प्रोटीन वजन बढ़ने का मुख्य कारण है. डायबिटीज, कैंसर और जलन के खतरे साथ में.
वजन घटाइए
एकैडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटीटिक्स पत्रिका में छपी रिपोर्ट दिखाती है कि अगर कोई व्यक्ति सब्जियां, फल, अनाज और दालें खाता है तो उसके लिए वजन घटाना मांसाहारी भोजन खाने वाले व्यक्ति के मुकाबले कहीं आसान होता है.
दमकती त्वचा
न्यूट्रिशन विशेषज्ञ सूजन टकर के मुताबिक शाकाहारी भोजन में फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट्स की पर्याप्त मात्रा के कारण शरीर को खुद की सफाई का अवसर मिलता है और त्वचा में निखार आता है. शाकाहारी भोजन से त्वचा संबंधी समस्याओं से निपटने में आसानी होती है.