सेक्स टूरिज्म की समस्या से निपटने में क्यों कतरा रहे देश
१२ अगस्त २०२२स्पेन में मायोर्का के प्लाया डे पाल्मा में जैसे-जैसे रात होनी शुरू होती है, सड़क पर अलग तरह की रौनक छा जाती है. माहौल कामुक होना शुरू हो जाता है. देह व्यापार करने वाली महिलाएं गलियों में अपने ग्राहकों को रिझाने में जुट जाती हैं. यहां ज्यादातर महिलाएं नाइजीरिया की होती हैं. ये समुद्र तट से कुछ सौ मीटर की दूरी पर खुलेआम लोगों को अपनी सेवाएं देती हैं. इनके ज्यादातर ग्राहक वे होते हैं जो यहां छुट्टियां मनाने आते हैं.
सहायता संगठन मेडिकोज डेल मुंडो का लक्ष्य इस द्वीप पर यौनकर्मियों के अधिकारों को मजबूत करना है. इस संगठन से जुड़े रोकियो लोपेज कहते हैं, "पर्यटकों की वजह से मायोर्का में देह व्यापार लगातार बढ़ रहा है.” गर्मियों के दौरान यहां सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं. इस मौसम में मायोर्का में यौनकर्मियों की संख्या अक्सर दोगुनी हो जाती है.
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सैलानियों को लुभाते रेड लाइट एरिया
विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि सेक्स टूरिज्म दुनिया के लगभग हर देश में फैला हुआ है. संयुक्त राज्य अमेरिका, नीदरलैंड्स से लेकर मायोर्का तक, हर जगह सेक्स टूरिज्म ने लोगों को आकर्षित किया है. सहायता संगठन ‘ब्रेड फॉर द वर्ल्ड' की इकाई टूरिज्म वॉच से जुड़ी आंत्ये मोंशहाउजन कहती हैं, "कुछ लोगों के लिए यात्रा का मकसद ही सेक्सुअल एडवेंचर करना होता है. एम्सटर्डम के रेड लाइट एरिया जैसी जगहों पर पर्यटक इस एडवेंचर के लिए ही आते हैं”
सिर्फ स्पेन में, वेश्यावृत्ति अरबों डॉलर का कारोबार है. देश भर में दसियों हजार महिलाएं इस पेशे से जुड़ी हुई हैं. हालांकि, कानूनी रूप से व्यवस्थित नहीं होने की वजह से इन महिलाओं की वास्तविक संख्या का पता नहीं चल पाता है. एसोसिएशन फॉर द प्रिवेंशन, रीइंटीग्रेशन एंड केयर ऑफ प्रॉस्टिट्यूटेड वीमेन (एपीआरएएमपी) के मुताबिक, पूरे यूरोप में सबसे ज्यादा देह व्यापार स्पेन में होता है. दुनिया में, देह व्यापार के मामले में थाईलैंड और प्यूर्टो रिको के बाद तीसरे स्थान पर स्पेन है. यह एक बड़ी वजह है जिसके कारण काफी संख्या में पर्यटक इन जगहों पर आते हैं. मायोर्का में यह बात साफ तौर पर देखने को मिलती है.
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मोंशहाउजन कहती हैं, "वहां सामाजिक नियंत्रण कम होता है. लोग शराब पीते हैं. छुट्टियों में होने की वजह से खुलकर जिंदगी जीते हैं.” आखिर लोग छुट्टियों में यही चाहते हैं. वे रोजमर्रा की जीवनशैली से दूर होना चाहते हैं. कुछ समय के लिए बिना किसी दबाव के जीना चाहते हैं. मोंशहाउजन का यह भी कहना है, "पर्यटन के क्षेत्र में, हमें पर्यटक और स्थानीय आबादी के बीच काफी ज्यादा आर्थिक असमानता देखने को मिलती है. इस वजह से स्थानीय लोगों की पर्यटकों पर निर्भरता बढ़ती है और उनका शोषण होता है, जो अनैतिक है.”
हाल के दिनों में मायोर्का पुलिस ने सड़क पर होने वाले देह व्यापार से जुड़े मानव तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की. इस कार्रवाई के बाद यह निर्भरता साफ तौर पर देखने को मिली. मानव तस्कर झूठे बहाने करके महिलाओं को स्पेन लाए थे और फिर उन्हें दसियों हजार यूरो का कर्ज चुकाने के लिए इस धंधे में उतरने को मजबूर किया.
सहायता संगठन मेडिकोज डेल मुंडो के मुताबिक, स्पेन में देह व्यापार करने वाली 95 फीसदी महिलाएं आप्रवासी हैं जिन्हें देश में स्थायी तौर पर रहने की अनुमति नहीं है. इस वजह से वे कोई नियमित काम भी नहीं कर सकती हैं. रोकियो लोपेज कहते हैं, "ऐसा कहना बिल्कुल गलत है कि इन महिलाओं ने अपनी मर्जी से वेश्यावृत्ति का रास्ता चुना. दरअसल, इनके पास कोई दूसरा विकल्प ही नहीं था.”
बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा
सेक्स टूरिज्म तब सबसे बड़ी समस्या बन जाती है, जब इसमें नाबालिगों का शोषण शामिल हो जाता है. ऐसा दुनिया के कई देशों में होता है. बच्चों के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था ईसीपीएटी की जोसफिन हैमन मुताबिक, यह समस्या सिर्फ पीडोफाइल (बच्चों के साथ यौन दुर्व्यवहार) अपराधियों से जुड़ी हुई नहीं है. वह कहती हैं, "ऐसे पर्यटकों की संख्या काफी है जो विदेशों में घुमने के दौरान मौका मिलने पर इस तरह का अपराध करने से नहीं चुकते. कोरोना वायरस महामारी के कारण यह समस्या और विकराल होगी. इसकी वजह यह है कि हाल के वर्षों में कई परिवारों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हुई है. उनकी आमदनी कम हुई है. इस वजह से बच्चों को लेकर खतरे बढ़ रहे हैं.”
हैमन कहती हैं, "पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के बीच सेक्स टूरिज्म के मुद्दे को लेकर अब जागरूकता बढ़ रही है, लेकिन यौन शोषण अभी भी ऐसा मुद्दा है जिस पर काफी लोग बात नहीं करना चाहते हैं. अगर इसमें नाबालिगों का शोषण भी शामिल है, तब भी कई लोग इस समस्या का हल नहीं करना चाहेंगे.”
भारी जुर्माना
टूरिज्म वॉच से जुड़ी आंत्ये मोंशहाउजन को भी लगता है कि पर्यटन क्षेत्र को अपनी खोई पहचान दुबारा पाने की जरूरत है. वह कहती हैं, "शायद ही कोई देश, कोई पर्यटन स्थल सीधे तौर पर इस मुद्दे से निपटना चाहता है.” कोई भी देश यह खतरा नहीं उठाना चाहता कि उसकी पहचान सेक्स टूरिज्म डेस्टिनेशन के तौर पर हो.
मायोर्का में होने वाले देह व्यापार पर शायद ही कभी चर्चा की जाती है. प्लाया डे पाल्मा में मौजूद टॉपलेस बार के साथ ही ऐसी अन्य जगहें खुलेआम ग्राहकों को आकर्षित करने का काम करती हैं. पुलिस ने भी खुद को सड़कों पर कभी-कभार की निगरानी तक ही सीमित कर लिया है. रोसियो लोपेज कहते हैं, "जागरूकता बढ़ाने के लिए अभी बहुत काम किया जाना बाकी है, खासकर पर्यटकों को लेकर. हालांकि, जल्द ही कुछ बड़ा बदलाव हो सकता है. स्पेन की सरकार आपराधिक कानूनों को और कठोर बनाने की योजना बना रही है, ताकि भविष्य में यौनकर्मियों की सेवा लेने वालों पर भारी जुर्माना लगाया जा सके.”