स्पेन में बुरके पर पाबंदी की कोशिश नाकाम
२१ जुलाई २०१०स्पेन की 4 करोड़ 70 लाख आबादी में से लगभग दस लाख मुसलमान हैं. इनमें से अधिकतर लोग हाल के दशकों में नौकरी की तलाश में उत्तर पश्चिमी अफ़्रीका से आए हैं, जहां बुरके का चलन नहीं है. इसके बावजूद अनुदारवादी विपक्ष की ओर से इसे लगातार एक मुद्दा बनाने की कोशिश जारी है. हालांकि वे अभी तक इसकी मिसाल नहीं पेश कर पाए हैं कि स्पेन के किस इलाके में मुस्लिम महिलाएं बुरका पहनती हैं.
फ़्रांस और बेल्जियम में बुरके पर पाबंदी के बाद स्पेन की संसद में भी विपक्षी पॉपुलर पार्टी की ओर से इस आशय का प्रस्ताव लाया गया था. प्रस्ताव के समर्थन में कहा गया था कि "सभी महिलाओं के बीच समानता और उनके सम्मान की ख़ातिर" किया गया है, ताकि मुस्लिम महिलाओं को उनकी इच्छा के बिना उनके पति बुरका पहनने के लिए मजबूर न कर सकें.
संसद में इस प्रस्ताव की वकालत करते हुए विपक्ष की सांसद सोराया साएंत्ज़ दे सांटामारिया ने कहा कि यह समझना मुश्किल है कि जब देश के सैनिक अफ़ग़ानिस्तान में आज़ादी की रक्षा कर रहे हैं, सरकार अपने ही देश में ऐसा करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है.
हालांकि स्पेन की समाजवादी सरकार गर्मी की छुट्टियों के बाद बाकायदा बहस के बाद सरकारी भवनों में बुरका पहनने पर पाबंदी के लिए एक विधेयक लाना चाहती है. विपक्ष के इस प्रस्ताव का सत्तापक्ष विरोध कर रहा था. संसद में 183 सदस्यों ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया, जबकि 162 इसके पक्ष में रहे. दो सांसद मतदान में तटस्थ रहे.
स्पेन के इस्लामी आयोग के अध्यक्ष मंसूर एस्कुदोरो का कहना है कि विपक्ष अपनी राजनीतिक गोटी बिठाने के लिए इस मुद्दे का ग़लत इस्तेमाल कर रहा है. उन्होंने कहा कि दस साल पहले आखिरी बार उन्होंने मारबेल्ला नगर में किसी महिला को बुरका पहने देखा था. मारबेल्ला में सउदी अरब के शाही परिवार व अन्य धनाढ्य अरबों के आलीशान महल और बंगले हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ए कुमार