कोरोना: भारत में चिंता की नई लहर
२५ जून २०२०भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को देखकर एक बार फिर चिंताएं उभर रही हैं. संक्रमण के नए मामलों में रोज नई उछाल दर्ज की जा रही है. गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में 16,000 से भी ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जिनसे देश में अभी तक दर्ज किए गए कुल मामलों की संख्या 4,73,105 हो गई है.
इनमें 1,86,514 सक्रीय मामले हैं और 2,71,696 ऐसे मरीजों के मामले हैं जो ठीक हो गए. इतनी बड़ी संख्या में नए मामले इसलिए भी आ रहे हैं कि क्योंकि जांच की संख्या भी बढ़ा दी गई है. आईसीएमआर के अनुसार पिछले 24 घंटों में दो लाख से भी ज्यादा सैंपलों की जांच हुई, जो कि अपने आप में एक नया कीर्तिमान है. अभी तक देश में कुल 75,60,782 सैंपलों की जांच हो चुकी है.
संक्रमण से मरने वालों की संख्या 14,894 हो गई है और प्रतिदिन 400 से भी ज्यादा मौतें हो रही हैं. कुल 1,42,900 मामलों के साथ महाराष्ट्र अभी भी सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्य बना हुआ है. दूसरे नंबर पर दिल्ली है, 70,390 मामलों के साथ. लेकिन शहरों की सूची में दिल्ली मुंबई को भी पीछे छोड़ कर पहले नंबर पर आ गई है. सुप्रीम कोर्ट से फटकार मिलने के बाद, केंद्र सरकार दिल्ली में संक्रमण के प्रबंधन में सक्रीय हो गई है और रणनीति में कई परिवर्तन ला रही है.
दिल्ली में रोज जांच किए जाने वाले सैंपलों की संख्या बढ़ा दी गई है और रोजाना 20,000 के आस पास सैंपलों की जांच हो रही है. दिल्ली में अभी तक 4.2 लाख टेस्ट हो चुके हैं जबकि मुंबई में सिर्फ 2.94 लाख हुए हैं. दिल्ली में जांच की संख्या और बढ़ाने के लिए सरकार ने अब घर घर जाकर एक एक परिवार की जांच करने का निर्णय लिया है.
लगभग दो करोड़ आबादी वाले इस शहर में करीब 45 लाख परिवार हैं और इन सब तक सरकार कैसे प्रभावशाली रूप से पहुंचेगी इस बात को लेकर शंका व्यक्त की जा रही है. देश के दूसरे हिस्सों में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. पश्चिम बंगाल ने तो बढ़ते मामलों को देखते हुए तालाबंदी को 31 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला ले लिया है. राज्य में सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे, लेकिन तालाबंदी में लागू रियायतों में से किसी को भी वापस नहीं लिया जाएगा.
कर्णाटक में भी राजधानी बेंगलुरु में तालाबंदी और बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. इसी बीच सरकारों के वित्तीय संकट से गुजरने की भी खबरें आ रही हैं. महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम 6,000 करोड़ रुपये के घाटे से गुजर रहा है और परिवहन ने घोषणा की है कि करीब एक लाख कर्मचारियों के मई के वेतन में से आधा वेतन काट लिया जाएगा. कर्मचारियों को मई का वेतन अभी तक मिला भी नहीं है.
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