दो देशों में उड़ चला पहला सोलर विमान
१४ मई २०११प्रोजेक्ट के पायलट आंद्रे बोर्शबर्ग के स्वागत के लिए ब्रसेल्स हवाई अड्डे पर सैकड़ों लोगों के अलावा बेल्जियम के क्राउन प्रिंस भी मौजूद थे. बोर्शबर्ग ने कहा, "मैंने जितनी ऊर्जा जमा की, उससे कम ही खर्च हुआ."
स्विट्जरलैंड के पेयर्न से इस एक सीट के विमान ने सुबह लगभग पौने नौ बजे उड़ान भरी. इसने करीब 480 किलोमीटर की दूरी तय की और इस दौरान यह औसत 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ा. इसने स्विट्जरलैंड के अलावा फ्रांस और लक्जमबर्ग के ऊपर से उड़ान भरी. सोलर इम्पल्स के सह संस्थापक बेर्त्रांत पेकार्ड इस मौके पर काफी खुश नजर आए. उन्होंने कहा, "यह अद्भुत है. इस उड़ान के साथ हम राजनेताओं पर बेहतर प्रभावी ऊर्जा नीति बनाने का दबाव डाल सकते हैं." उन्होंने कहा कि लोगों की मानसिकता बदलने की जरूरत है और ज्यादा से ज्यादा दोबारा इस्तेमाल की जा सकने वाली ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
पिछले साल से उड़ान
पिछले साल अप्रैल में पहली बार किसी सोलर विमान ने उड़ान भरी थी. उसने दिन और रात में सुरक्षित उड़ान भरी. इसके बाद तकनीक को बेहतर बनाने का काम चल रहा है. इस विमान ने उसके बाद से कई उड़ानें भरी हैं लेकिन ज्यादातर बार जीनिवा और ज्यूरिख के बीच ही उड़ता रहा. यह पहला मौका है, जब इस विमान ने ब्रसेल्स के बिजी एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी. दो देशों के बीच भी सोलर विमान की यह पहली उड़ान रही.
एचबी-एसआईए के इस विमान के दोनों डैनों पर 12000 सोलर सेल लगे रहते हैं, जो इसकी बैट्री चार्ज करते रहते हैं. इससे 10 हॉर्सपावर की बिजली पैदा होती है. पिछले साल जब विमान ने पहली बार उड़ान भरी थी तो इसकी क्षमता ऐसी दिखी कि यह गर्मियों की रात में भी उड़ान भर सकता है. इस साल 20 से 26 जून को पेरिस में होने वाले एयर शो में भी यह जलवा दिखाएगा.
अगली चुनौती थोड़े बड़े विमान तैयार कर उन्हें दुनिया भर में उड़ाने की है. इस प्रोजेक्ट के मुताबिक 2013 और 2014 तक ऐसा किया जा सकता है.
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः एस गौड़