पीपली के नत्था को आमिर ने ही चुना
११ अगस्त २०१०लेकिन जब उन्होंने ऑडिशन दिया तो आमिर खान ने उन्हें पीपली लाइव का मुख्य किरदार सौंप दिया और खुद किनारे हो गए. फिल्म की निर्देशक अनुषा रिजवी ने भी इस फैसले में आमिर का साथ दिया.
माणिकपुरी ने कहा, "ओमकारजी, मैं खुद ही नत्था का रोल अदा करना चाह रहा था. लेकिन मैं आपके ऑडिशन से बेहद प्रभावित हूं. नत्था का किरदार तो सिर्फ आप ही निभा सकते हैं. यह मेरी जिन्दगी का सबसे खुशी भरा दिन था."
छत्तीसगढ़ के बृन्दानगर के रहने वाले 40 साल के ओमकार दास माणिकपुरी ने इससे पहले महान नाटककार हबीब तनवीर के एक ड्रामे में भी किरदार निभाया है. तनवीर माणिकपुरी और उनके दो साथियों को अपने साथ नया थियेटर में काम करने के लिए भोपाल ले आए थे.
सिर्फ पांचवीं क्लास तक पढ़ाई करने वाले ओमकार का कहना है, "मैं अपने गांव में एक ग्रुप के साथ तब से लोकगीत गा रहा हूं, जब मैं 17 साल का था. मैंने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई नुक्कड़ नाटक भी किए. हम एक गांव से दूसरे गांव जाते थे और अपना नाटक करते थे. जब हमने 200 गांवों में यह नाटक कर लिया, तो एक कार्यक्रम आयोजित किया गया और हबीब साहब उसमें मुख्य अतिथि के तौर पर आए. तब उन्होंने मुझे काम करते हुए देखा और अपने साथ ले गए."
माणिकपुरी का परिवार और उनके तीन बच्चे आज भी गांव में रहते हैं और जब भी कभी टीवी पर फिल्म का विज्ञापन आता है, वे नत्था को देख कर खुश हो जाते हैं. माणिकपुरी का कहना है, "मेरे बच्चे बहुत खुश हैं. वे मुझे फोन करते रहते हैं. मैं फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित हूं. मैं अपने परिवार में पहला अभिनेता हूं और वे लोग मुझे देख कर बेहद खुश होते हैं."
पीपली लाइव को आमिर खान ने प्रोड्यूस किया है. वह इस हफ्ते शुक्रवार को रिलीज हो रही है. फिल्म में गांव और शहर के बीच बढ़ती खाई और मुसीबतों की वजह से किसानों की आत्महत्या का जिक्र है. माणिकपुरी के पिता एक मजदूर थे. उनका कहना है, "अगर किसान खेती करना छोड़ दें तो शहर के लोग क्या खाएंगे. गांवों की हालत बुरी है. वहां लोग गरीब हैं और महंगाई ने बुरा हाल कर रखा है."
नत्था का किरदार अदा करने के बाद खुश दिख रहे माणिकपुरी ने कहा कि अगर बॉलीवुड उन्हें और फिल्में देता है तो वे अभिनय करते रहना चाहेंगे.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः आभा एम