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अविश्वास प्रस्ताव गिरा, मोदी के निशाने पर कांग्रेस

निखिल रंजन
१० अगस्त २०२३

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के जवाब में विपक्ष और खासतौर से कांग्रेस पार्टी की जमकर आलोचना की. प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश भर में अपना विश्वास खो चुकी है.

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संसद में विपक्ष की आलोचना करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव गिरातस्वीर: ARUN SANKAR/AFP

मणिपुर के मामले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी तोड़ने के लिए कांग्रेस और विपक्षी दलों ने अविश्वास प्रस्तावका सहारा लिया था. पक्ष और विपक्ष के बीच दो दिन चली तीखी बहस के बाद गुरुवार को प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर संसद में भाषण दिया. हालांकि उनके भाषण का ज्यादातर हिस्सा विपक्ष की आलोचना को ही समर्पित रहा.

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भी देश की कोई बुराई करता है तो कांग्रेस पार्टी और विपक्षी दल उसे हाथोंहाथ ले लेते हैं और पूरे देश में उसे फैलाने में जुट जाते हैं. उनका कहना है, "कोई ऐरी गैरी एजेंसी भारत को भुखमरी के शिकार देशों में नीचे दिखा देती है और ये लोग उसका सहारा लेकर भारत को बदनाम करने में जुट जाते हैं."

"मणिपुर की समस्या के लिए कांग्रेस जिम्मेदार"

प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर और मणिपुर की समस्या के लिए भी कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार ठहराया और उन पर अपने शासन के दौरान इस इलाके की उपेक्षा करने की बात कही. प्रधानमंत्री का कहना है कि मणिपुर की समस्याके समाधान के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिल कर प्रयास कर रहे हैं और जल्दी ही शांति और विकास का दौर वापस आएगा.

सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पार्टी को मणिपुर की समस्या के लिए जिम्मेदार बतायातस्वीर: ARUN SANKAR/AFP

प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत "जिगर का टुकड़ा"है. उन्होंने इलाके में किए जा रहे विकास कार्यों का हवाला दे कर आने वाले समय में उसके अंतरराष्ट्रीय पटल पर उभरने की बात कही. प्रधानमंत्री ने कहा, "विपक्ष के लोग देख नहीं पा रहे हैं कि दक्षिण पूर्वी एशिया में जिस तरह की परिस्थितियां बन रही हैं उनमें पूर्वोत्तर भारत नये केंद्र के रूप में चमकेगा."

मणिपुर के बारे में प्रधानमंत्री का कहना है, "जब कांग्रेस की सरकार थी तब वहां उग्रवादियों की मर्जी से सबकुछ होता था. अब बंद और ब्लॉकेड का दौर बीत चुका है." प्रधानमंत्री ने मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ हिंसा को "अक्षम्य अपराध" कहा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया. हालांकि शांति बहाली और पीड़ित परिवारों के राहत के लिए क्या कुछ किया जाएगा इसका कोई ब्यौरा उनके भाषण में शामिल नहीं था.

मणिपुर पर चर्चा नहीं

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि मणिपुर के बारे में चर्चा नहीं करा कर विपक्ष ने यह मौका भी खो दिया. उनका कहना था कि गृह मंत्री अमित शाह ने चिट्ठी लिख कर केवल मणिपुर पर चर्चा कराने का प्रस्ताव रखा था लेकिन विपक्ष ने उसे स्वीकार नहीं किया और अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए. उनका कहना था कि बीते पांच सालों में विपक्ष ने मुद्दों को लेकर कोई तैयारी नहीं की.

मणिपुर की हिंसा में रेप और हत्या बने हथियार

नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, बिहार, बंगाल और नागालैंड जैसे राज्यों का जिक्र करते हुए कहा कि इन इलाकों में कांग्रेस पार्टी लंबे समय से अपना विश्वास खो चुकी है. कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने मणिपुर में "भारत मां की हत्या" करने की बात कही थी. इसके जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा, "मां भारती के बारे में जो कहा गया है उससे देश को गहरी ठेस लगी है. भारत माता की हत्या करने की कामना करने वाले लोगों ने 1947 में आजादी के समय उसके तीन टुकड़े कर दिए थे. कांग्रेस का इतिहास मां भारती को छिन्न भिन्न करने का रहा है."