बनरघट्टा नेशनल पार्क में दो और बाघ बीमार
२१ सितम्बर २०१०आर्या और मिन्शु नाम के ये दोनों बाघ पिछले कई दिनों से बीमार हैं. हालांकि एक दिन पहले पार्क के अधिकारियों ने कहा था कि फिलहाल कोई और बाघ बीमारी की चपेट में नहीं है. डॉक्टर इनका इलाज कर रहे हैं लेकिन हालत में ज्यादा सुधार नहीं है.
पार्क के मुख्य संरक्षक एमएन जयकुमार ने बताया, "दोनों बाघों का इलाज चल रहा है. हमने विशेषज्ञों को भी बुलाया है जिसमें वेटनरी कॉलेज के डीन भी शामिल हैं. ये लोग जल्दी ही बाघ को देखने जंगल में पहुंच रहे हैं."
पार्क के अधिकारियों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में पार्क के 10 बाघ बीमार पड़ चुके हैं. बीमार पड़ने वाले बाघों में आर्या, मिन्शु के अलावा, रानी, अनु, इन्शारा, लावा, गौरी और उसके तीन बच्चे शामिल हैं. अधिकारियों के मुताबिक बीमार बाघों को बाकियों से अलग रखकर उनका इलाज किया जा रहा है. इस बात की भी जांच की जा रही है कि वे स्वस्थ्य बाघों के संपर्क में कब और कितना आए. बाघों को एंटीबायटिक और दूसरे दवाइयों की खुराक भी नियमित रुप से दी जा रही है.
खासतौर से जंगल प्रशासन सफाई पर विशेष ध्यान रख रहा है. हालांकि लगातार हो रही बाघों की मौत से उसके माथे पर भी बल पड़ गए हैं. पिछले दिनों तीन बाघ बूढ़े होकर मर गए जबकि दो बाघों को डायरिया ने अपना शिकार बनाया. बाघों की मौत से बाघ संरक्षण में जुटे लोग काफी चिंतित हैं. बैंगलोर की सीमा पर बने बनरघट्टा नेशनल पार्क में सफेद बाघों के अलावा शेर और तेंदुए भी रहते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार