अफगानिस्तान: जान जोखिम में डालकर बच्चों को जन्म देती महिलाएं
२९ दिसम्बर २०२३ज़ुबैदा ने जटिल मामलों में विशेषज्ञता वाले एक प्रसूति अस्पताल में बच्चे को जन्म देने के लिए पूर्वी अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में ग्रामीण इलाके से यात्रा की. यह अस्पताल केवल उन महिलाओं को चिकित्सा देखभाल प्रदान करता है, जिनके प्रसूति के मामले जटिल हैं और जिनकी जान जोखिम में होती है.
जब जुबैदा यहां पहुंची तो उनके दिल में वही डर था जो अब लगभग हर गर्भवती अफगान महिला को होता है, कि या तो वह या उसका अजन्मा बच्चा जीवित नहीं रहेगा. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ और जुबैदा और उसका बच्चा दोनों सुरक्षित थे.
यह अस्पताल डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (एमएसएफ) द्वारा चलाया जाता है. बच्चे को जन्म देने के बाद जुबैदा ने राहत की सांस ली. जुबैदा ने अपने बच्चे के जन्म के बाद समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "अगर मेरे बच्चे का जन्म घर पर होता, तो यह हम दोनों के लिए मुश्किल होता." जुबैदा को अपनी सही उम्र पता नहीं है.
हर गर्भवती महिला खुशकिस्मत नहीं
लेकिन इस अस्पताल में आने वाली हर गर्भवती महिला जुबैदा की तरह खुशकिस्मत नहीं होती है. खोस्त प्रांत की राजधानी खोस्त में एमएसएफ में डिलीवरी प्रमुख थेरेसे तुयिसाबिंगेरे कहती हैं, "कभी-कभी हमें ऐसे मरीज मिलते हैं जो घर पर प्रसव कराने के बाद अपनी जान बचाने के लिए बहुत देर से यहां आते हैं."
इस अस्पताल में हर साल लगभग 20,000 बच्चे पैदा होते हैं, जहां थेरेसे के अलावा लगभग 100 अन्य दाइयां भी अफगानिस्तान में मातृत्व मृत्यु दर को कम करने के लिए संघर्ष कर रही हैं. अस्पताल केवल उच्च जोखिम और जटिल गर्भधारण वाले मामले को ही देखता है, जिनमें से कई ऐसी माताएं शामिल होती हैं जिनकी कभी कोई जांच नहीं हुई होती. तुयिसाबिंगेरे ने कहा, "हमारे लिए जान बचाना एक बड़ी चुनौती है."
मातृत्व मृत्यु दर के मामले खराब
अफगानिस्तान में जहां कई बच्चे पैदा करना गर्व की बात मानी जाती है, लेकिन महिलाओं के लिए ऐसे हालात में बच्चे को जन्म देना भारी जोखिम भरा होता है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव अंटोनियो गुटेरेश के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने इसी महीने एक बयान में कहा कि अफगानिस्तान उन देशों में से है जहां मातृत्व मृत्यु दर के मामले में स्थिति सबसे खराब है, और वहां हर दो घंटे में एक महिला की प्रसव के दौरान मौत हो जाती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2017 के आंकड़ों के मुताबिक अफगानिस्तान में प्रति 1,00,000 बच्चों के जन्म के दौरान 638 महिलाओं की मृत्यु हो जाती है, जबकि अमेरिका में मौतों की संख्या सिर्फ 19 है.
गैर-लाभकारी नॉर्वेजियन अफगानिस्तान समिति (एनएसी) के निदेशक टेर्जे वॉटरडाल ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान के दूरदराज के इलाकों में प्रति 1,00,000 जन्मों पर 5,000 मातृ मृत्यु देखी है. उन्होंने बताया कि पहाड़ी इलाकों से पुरुष महिलाओं को कंधे पर उठाकर अस्पताल लाने की कोशिश करते हैं, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो जाती है.
वॉटरडाल ने यह भी बताया कि जब से अफगानिस्तान में तालिबान सत्ता में वापस आया है, कई प्रसूति-स्त्री रोग विशेषज्ञ देश छोड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि तालिबान मोबाइल मेडिकल टीमों को अब अफगानिस्तान में काम करने की अनुमति नहीं देना चाहता है, क्योंकि तालिबान उन विवरणों और सूचनाओं को नियंत्रित नहीं कर सकता है जो ये टीमें अफगान महिलाओं को स्वास्थ्य के संबंध में देती हैं.
डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स अफगानिस्तान के निदेशक फेलिप रिबेरो का कहना है कि अफगानिस्तान में एक सामान्य महिला के लिए प्रसूति और उसके बाद आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच पाना हमेशा से मुश्किल रहा है और अब यह मुश्किल और बढ़ गई है.
उन्होंने कहा इसका मुख्य कारण अफगान अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई और देश में स्वास्थ्य प्रणाली की कमियां और विफलताएं हैं.
काबुल में गैर-सरकारी संगठन टेरे डेस होम्स के हेल्थ कोऑर्डिनेटर नूर खानम अहमदजई ने कहा, "देश के आर्थिक संकट के बीच परिवारों पर वित्तीय दबाव से जोखिम बढ़ जाता है." मौजूदा समय में अफगानिस्तान में एक बच्चे को जन्म देने की औसत लागत लगभग 20,000 अफगानी या 29 अमेरिकी डॉलर है, जो अधिकांश अफगान परिवारों के लिए एक बड़ी राशि है.
एए/वीके (एएफपी)