You need to enable JavaScript to run this app.
कंटेंट पर जाएं
मेन्यू पर जाएं
डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
वीडियो
क्षेत्र
भारत
एशिया
जर्मनी
यूरोप
विषय
समानता
सेहत
मानवाधिकार
आप्रवासन
श्रेणी
राजनीति
अर्थव्यवस्था
विज्ञान और तकनीक
पर्यावरण
दुनिया रंग बिरंगी
विशेष
जर्मन चुनाव 2025
प्रकृति और पर्यावरण
वीडियो
लाइव टीवी
विज्ञापन
अर्थव्यवस्था
इस विषय पर सारी सामग्री को स्किप करें
इस विषय पर सारी सामग्री
विस्तार से समझिए सरकार के मंडी सुधारों को
सरकार कृषि उत्पादों की बिक्री प्रक्रिया में निजी कंपनियों को ला कर सरकारी मंडियों के एकाधिकार को समाप्त कर रही है.
क्या कोविड पैकेज निराशाजनक है?
कोविड-19 के आर्थिक दुष्प्रभावों का मुकाबला करने के लिए लाए गए केंद्र सरकार के स्टिमुलस पैकेज की हर तरफ आलोचना हो रही है.
एडीबी ने गहरे आर्थिक नुकसान का किया पूर्वानुमान
एडीबी ने कहा है कि कोरोना की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था को आठ हजार अरब डॉलर से भी ज्यादा का नुकसान हो सकता है.
कोविड पैकेज से अभी भी गरीबों को विशेष लाभ नहीं
एक बार फिर विशेषज्ञों ने निराशा जाहिर की है कि तालाबंदी की वजह से जिनकी आय छिन गई उन्हें कोई भी फौरी मदद नहीं दी जा रही.
आर्थिक पैकेज की घोषणाओं से गरीब नदारद
सरकार के आर्थिक पैकेज की पहली किस्त में उनके लिए कुछ नहीं है जिन पर महामारी और तालाबंदी की सबसे ज्यादा मार पड़ी है.
उद्योग फिर शुरू करने के लिए श्रम कानूनों के पालन से छूट
उद्योगों को श्रम कानूनों के पालन से छूट देने से आर्थिक बहाली होगी या कामगारों पर अत्याचार?
क्रैश हुआ एयरलाइन उद्योग
दुनिया भर में एक के बाद एक एयरलाइन कंपनियां दिवालिया होने की अर्जी दे रही हैं. हर मिनट करोड़ों का घाटा हो रहा है.
मजदूरों का पलायन रोकने में क्यों नाकाम है भारत
भारत में लॉकडाउन शुरू होने के हफ्तों बाद प्रवासी मजदूर वापस घर लौटने लगे हैं, लेकिन उनके भविष्य की कोई योजना नहीं है.
तालाबंदी 3.0 की रियायतें कहीं नुकसान ना कर दें
शराब की दुकानों के बाहर लंबी कतारें देखी जा रही हैं जिनमें लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियम भूलते दिख रहे हैं.
कोरोना वायरस टास्क फोर्स को बंद करेगा अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा है कि उनकी सरकार अब दूसरे चरण पर ध्यान दे रही है जिसमें देश को वापस खोलना है.
शराब की दुकानों पर टूट रही है तालाबंदी
तालाबंदी 3.0 में जगह जगह शराब की दुकानें खुलते ही इतनी भीड़ जमा हो गई कि यह प्रशासन के लिए चिंता का कारण बन गया.
क्या अमेरिका की निवेश की उम्मीदों पर खरा उतरेगा भारत?
जबसे कोरोना महामारी को लेकर चीन पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं, भारत के लिए विदेशी निवेश पाने की नई संभावनाएं खुल रही हैं.
क्या महामारी की वजह से बढ़ जाएगा टैक्स का बोझ?
भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारियों के संगठन द्वारा बनाई गई एक रिपोर्ट को ले कर विवाद खड़ा हो गया है.
पर्यावरण संरक्षण के लिए पहला वैश्विक ऑनलाइन विरोध प्रदर्शन
आज जर्मनी सहित दुनिया के कई देशों में पर्यावरण के लिए पहला ऑनलाइन विरोध प्रदर्शन हो रहा है.
कोरोना क्या हाल करेगा दुनिया की अर्थव्यवस्था का
अर्थशास्त्री भी पूरी तरह से यह समझ नहीं पा रहे कि इसके नतीजे में आई मंदी दुनिया का क्या हाल करेगी.
कैसा था "ग्रेट डिप्रेशन" - दुनिया का सबसे बड़ा आर्थिक संकट?
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा है कि कोरोना के चलते दुनिया ग्रेट डिप्रेशन के बाद का सबसे बड़ा आर्थिक संकट देखेगी.
जर्मनी में भी 3 मई तक बढ़ा लॉकडाउन
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की है.
क्या लॉकडाउन में ढील देने का वक्त आ गया है?
कोरोना संक्रमणों के मामले में अमेरिका के बाद दूसरे सबसे ज्यादा प्रभावित देश स्पेन में लॉकडाउन में आंशिक छूट दे दी गई है.
कोरोनाः दक्षिण एशिया के आठ देशों पर आर्थिक मार
कोरोना से सभी देश जूझ रहे हैं. विश्व बैंक ने कहा है कि इससे दक्षिण एशिया के देशों की वृद्धि दर प्रभावित हो सकती है.
कोरोना का सबसे बड़ा शिकार बना अमेरिका
दुनियाभर में कोरोना के कारण 17 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं.अमेरिका महामारी से निपटने में नाकाम साबित हो रहा है.
40 करोड़ श्रमिकों पर गहरी गरीबी में जाने का संकट
असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लगभग 40 करोड़ श्रमिकों के गहरी गरीबी में धंस जाने का खतरा है.
कोरोना रिकवरी डील में नाकाम यूरोप
कोरोना वायरस महामारी से तहस नहस हो चुकी अर्थव्यवस्थाओं को पटरी पर लाने के लिए एक डील चाहती है.
कोरोना संकट के सबसे बुरे दौरे में अभी नहीं पहुंचा है जर्मनी
कोरोना के कारण जर्मनी में मृत्यु दर बाकी देशों से कम है लेकिन सरकार का कहना है कि सबसे बुरा दौर आना अभी बाकी है.
कोरोना के कारण सिकुड़ सकती है विश्व की अर्थव्यवस्था
वेतन काटना शुरू कर चुकी हैं कंपनियां
पूरे देश में तालाबंदी की वजह से व्यापार ठप्प है और कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती शुरू कर दी है.
जर्मनी की जीडीपी पांच फीसदी सिकोड़ सकता है कोरोना
एक ओर जर्मनी में आर्थिक मंदी आना तय बताया जा रहा है और दूसरी ओर इटली जैसे हालात पैदा होने का भी खतरा है.
लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था पर मंडराते बादल
हालांकि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए भारत में 21 दिनों के लॉकडाउन को अभी महज पांच दिन ही बीते हैं.
कितना कारगर है सरकार का पहला राहत पैकेज?
एक लाख सत्तर हजार करोड़ रुपये के इस राहत पैकेज का फोकस आर्थिक रूप से कमजोर लोगों पर रखा गया है.
रोजगार पर गंभीर असर डालता कोरोना वायरस
अब जर्मन चांसलर भी क्वारंटीन में
इससे पहले चांसलर मैर्केल ने प्रांतीय मुख्यमंत्रियों के साथ कॉन्फ्रेंस के बाद कोरोना पर लगाम लगाने के कदमों की घोषणा की.
महामारी के कारण ढाई करोड़ होंगे बेरोजगार
कोविड-19 महामारी के कारण दुनियाभर में बेरोजगारी बढ़ेगी और करीब ढाई करोड़ लोग बेरोजगार हो सकते हैं.
सरकारी राजस्व के लिए गवर्नर हाउस में होंगी शादियां
पाकिस्तान में लाहौर के मशहूर गर्वनर हाउस को किराये पर लगा दिया गया है. सरकार समारोहों से पैसा कमाना चाहती है.
कच्चे तेल के गिरते दामों का भारत पर क्या असर होगा
अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में दामों को लेकर छिड़ी जंग की वजह से दाम गिर रहे हैं. भारत पर इसका मिलता जुलता असर दिख रहा है.
चीन के बाहर 55 देशों में फैल चुका है कोरोना वायरस
चार नए देशों में कोरोना वायरस से संक्रमण के पहले मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही चीन के अलावा संक्रमण वाले देशों की संख्
नकद सहायता से अर्थव्यवस्था में तेजी की कोशिश
हांगकांग की सरकार ने कहा है कि वह स्थायी निवासियों को दस हजार हांगकांग डॉलर की सहायता देगी.
रोजगार और अर्थव्यवस्था में तेजी कैसे आएगी?
कितने रोजगार पैदा किए जाएंगे, इसका जिक्र बजट में नहीं है.
अमीरों और गरीबों में बढ़ते फासले
ऑक्सफैम की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के 22 सबसे अमीर लोगों के पास अफ्रीका की सभी महिलाओं की तुलना में अधिक धन है.
चीन की विकास दर तीन दशक में सबसे निचले स्तर पर
कमजोर घरेलू मांग और अमेरिका के साथ व्यापारिक तनाव ने चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार 30 सालों में सबसे कम कर दी.
शादी के खर्च में भी कटौती कर रहे हैं भारतीय
सामाजिक रुतबे को ठेस पहुंचने की आशंका के बावजूद इस सीजन में कई भारतीय भड़कीला और खर्चीला वैवाहिक आयोजन नहीं कर रहे हैं.
देशव्यापी हड़ताल से क्या पूरी होंगी ट्रेड यूनियनों की मांगें
भारत बंद के दौरान कुछ राज्यों में ट्रेनें रोकी गईं. ट्रे़ड यूनियन संगठन सरकार की आर्थिक नीतियों का विरोध कर रहे हैं.
भारत की सांख्यिकीय प्रणाली पर क्यों उठे हैं सवाल
भारत की सांख्यिकीय प्रणाली की विश्वसनीयता आखिर संकट में क्यों है.
सोने के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे
अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध की बढ़ती आशंकाओं के बीच सोने के दाम 2013 के बाद सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए हैं.
दिसंबर में बढ़ी मारुति सुजुकी की बिक्री
भारत के ऑटो सेक्टर में छाई मायूसी के बीच दिसंबर में मारुति सुजुकी के लिए अच्छी खबर आई है.
लेबनान में आर्थिक संकट के बीच एक दूसरे का सहारा बनती जनता
लेबनान में व्हाट्सऐप ग्रुप और इंस्टाग्राम पेज पर लोग एक दूसरे की मदद के लिए अभियान चला रहे हैं.
आईएमएफ ने भारत से तुरंत कदम उठाने को कहा
आईएमएफ ने भारत सरकार से तुरंत कदम उठाने को कहा है ताकि देश में आर्थिक गिरावट के प्रभावों से निपटा जा सके.
चीन ने तेल, टेलीकॉम क्षेत्रों को और खोलने का किया वादा
अपने तेल, टेलीकॉम और बिजली के क्षेत्रों को निजी कंपनियों के लिए और खोलेगा चीन
मिडिल क्लास परिवारों पर महंगे प्याज की मार
प्याज की कीमतों को काबू करने के लिए भारत सरकार ने कई उपाय किए लेकिन दाम जस के तस बने हुए हैं.
देश में मंदी हो तो सिनेमा का कारोबार क्यों बढ़ जाता है
जरूरी चीजों की खरीदारी में कटौती लेकिन फिल्म के जरिए निराशा दूर कर रहे हैं लोग.
क्या भारतीयों के लिए खुलेंगे जर्मनी में नौकरी के रास्ते
जर्मनी में कुशल कामगारों की कमी से निबटने में भारत जैसे देशों से ऐसे लोगों को आकर्षित करने का इरादा है.
भारत में आर्थिक मंदी की वजह से मजदूरों को नहीं मिल रहा काम
भारत में आर्थिक मंदी की वजह से असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. उनकी आय काफी कम हो गई है.
पिछला पेज
कुल 25 में से पेज 14
अगला पेज