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अर्थव्यवस्था
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भारत में बैंकों का डूबा पैसा कितनी बड़ी समस्या है?
पिछले कुछ सालों में इस समस्या से छुटकारा पाने की कवायद भी तेज हुई है.
कौन तय करता है दाम?
एक बैग की कीमत एक हजार हो या फिर एक लाख, ये कैसे तय किया जाता है?
"अभी खेती में कुछ नहीं बदलने वाला"
कृषि विशेषज्ञ देवेंदर शर्मा विकास के मॉडल को ही किसानों की समस्याओं के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं.
श्रीलंका को जर्मनी से निवेश की उम्मीद
श्रीलंका के विदेश व्यापार मंत्री जर्मनी की यात्रा पर हैं. राजधानी बर्लिन के अलावा वे फ्रैंकफर्ट और हैम्बर्ग भी जाएंगे.
अब खरीदारी नहीं किराएदारी का है जमाना
"साझा अर्थव्यवस्था" के तौर तरीकों ने बाजार की तस्वीर ही बदल दी है.
क्या बैंकों को खत्म कर देगा इंटरनेट?
इंटरनेट ने हमारी जिंदगी में बहुत सी चीजें बदली हैं. क्या अब इंटरनेट बैंकों का रूप भी बदलने वाला है?
अमेरिका-चीन के व्यापार युद्ध का कोई अंत नहीं
अमेरिका ने 200 अरब डॉलर की कीमत वाले चीनी समान पर प्रतिबंध लगा दिया है. दोनों देशों के बीच कई महीनों से तनाव जारी है.
जिम्बाब्वे के बच्चों को बेहतर भविष्य की उम्मीद
सालों की राजनीतिक मुश्किलों और अंतरराष्ट्रीय अलगाव का असर जिम्बाब्वे की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है.
चीन और अमेरिका की कारोबारी जंग किधर जा रही है
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं चीन और अमेरिका की कारोबारी तनातनी किस ओर जाएगी?
इमरान ने कांटों का ताज पहना है
जिस देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए इमरान खान 22 साल से जद्दोजहद कर रहे थे, उसकी सत्ता असल में काटों के ताज से कम नहीं.
डॉलर के मुकाबले 1 से 72 तक ऐसे पहुंचा रुपया
आजादी के समय रुपया और डॉलर बराबर थे? फिर डॉलर के मुकाबले रुपया 72 तक कैसे पहुंचा, जानिए.
खस्ताहाल अर्थव्यवस्था, डॉलर में भरोसा
पिछले महीनों में अर्जेंटीना में खाना, बिजली और ट्रांसपोर्ट की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं.
एशिया का नया आर्थिक हीरो है वियतनाम
वियतनाम इस समय एशिया के सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है.
ब्याज दर बढ़े तो उभरती अर्थव्यवस्थाएं परेशान
वित्तीय संकट के बाद सस्ती ब्याज दरों की मदद से अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन दिया गया. लेकिन अब ब्याज दरें बढ़ रही हैं.
तो फिर नोटबंदी का फायदा क्या हुआ?
सरकार ने जिस काले धन को खत्म करने के लिए नोटबंदी की, उसमें से लगभग सारा पैसा वापस देश के वित्तीय तंत्र में आ गया है.
जर्मनी में कामगारों की कमी
जर्मनी कामगारों की कमी पूरा करने के लिए विदेश से लोगों को बुला रहा है. जर्मन युवा फैक्ट्रियों में काम नहीं करना चाहते.
बाढ़ के बाद केरल में अब क्या?
केरल में अब भी लोगों के लिए एक सामान्य जिंदगी शुरू करना आसान नहीं. लोगों के सामने खुद को ढालने की चुनौती बड़ी हो रही है.
क्या चीन में मिलेगी बच्चा पैदा करने की छूट?
2016 में चीन ने वन-चाइल्ड नीति खत्म कर टू-चाइल्ड पॉलिसी को अपनाया. लेकिन कयास लग रहे हैं कि इसमें फिर बदलाव हो सकता है.
ग्रीस के कर्ज संकट की कहानी
एक नजर ग्रीस को यूरोपीय संघ से मिली आर्थिक सहायता और यूरोजोन में बने रहने के उसके सफर पर.
जहां टमाटर के लिए खर्च करने पड़ें पांच लाख
वेनेजुएला में खरीदारी करनी हो तो आपको नोटों को बोरे में भर कर ले जाना होता था. जानिए वहां कैसे थे दाम.
किस देश पर चढ़ा है कितना विदेशी कर्ज?
हर देश की सरकार विदेश या अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से कर्ज लेती है. एक नजर सबसे ज्यादा कर्ज लेने वाले देशों पर.
क्यूबा में नए संविधान पर बहस
संविधान में बदलाव 2010 से अर्थव्यवस्था में आए परिवर्तनों के आधार पर हो रहा है.
तुर्की की करेंसी टूटने से भारतीय बाजारों में घबराहट
तुर्की की मुद्रा में आई गिरावट से भारतीय निवेशकों में घबराहट है. सेंसेक्स और रुपये की कीमत में गिरावट देखी जा रही है.
किस तरफ ले जाएगा ईरान को प्रतिबंधों का जाल
लंबे समय से प्रतिबंधों में जकड़ी ईरान की अर्थव्यवस्था को 2015 के न्यूक्लियर डील से बेहतरी की उम्मीद थी.
और कितना लुढ़केगा तुर्की का लीरा?
तुर्की में अमेरिकी पादरी एंड्र्यू ब्रनसन की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिका और तुर्की के बीच विवाद खड़ा हो गया है.
पाकिस्तान को कर्ज देने का विरोध
पाकिस्तान की नई सरकार को एक बार फिर आईएमएफ से कर्ज लेने की जरूरत होगी. लेकिन अमेरिकी नाराजगी भारी पड़ रही है.
जिम्बाब्वे में चुनाव से आर्थिक विकास की उम्मीदें
जिम्बाब्वे में हो रहे चुनावों में कोई भी जीते अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना उसकी बड़ी चुनौती होगी.
वेनेजुएला में 1,00,000 का मतलब होगा एक
आईएमएफ ने भविष्यवाणी की है कि इस साल के अंत तक वेनेजुएला में महंगाई दर 10 लाख फीसदी तक पहुंच जाएगी.
क्यूबा भी कम्युनिज्म को छोड़ रहा है?
क्यूबा की राष्ट्रीय असेंबली ने नए संविधान का मसौदा तैयार किया है.
कितने करीब अमेरिका और ब्रिटेन?
अमेरिका और ब्रिटेन के खास संबंध 20वीं शताब्दी के अहम गठजोड़ों में से एक रहे हैं. जानते हैं, कितने करीब हैं ये दोनों देश.
नए आर्थिक संकट की तैयारी
अमीर और अमीर होता जा रहा है, आम लोगों की परेशानी बढ़ रही है. क्या हम एक नए आर्थिक संकट की तैयारी कर रहे हैं?
जीडीपी पर मंडराती जलवायु परिवर्तन के खतरे की घंटी
जलवायु परिवर्तन को लेकर विश्व बैंक की ताजा रिपोर्ट में भारत के लिए कुछ गंभीर चेतावनी है.
मैच होता है तो काम नहीं करते जर्मन
देश को हर मैच से बीस करोड़ यूरो का नुकसान हो रहा है.
जर्मनी में खत्म हुआ आर्थिक उफान
म्यूनिख स्थित आर्थिक शोध संस्थान इफो के अनुसार रिटेल कारोबारी अब भावी विकास को लेकर निराशा जता रहे हैं.
मैर्केल और माक्रों के बीच यूरो बजट पर सहमति
यूरोपीय संघ का भविष्य जर्मनी और फ्रांस के कंधों पर टिका है. एक तरफ रिफ्यूजी संकट है तो दूसरी तरफ आर्थिक संकट के बादल.
भारत में बढ़ रही हिंसा से अर्थव्यवस्था को भी नुकसान
केवल वर्ष 2017 में ही हिंसा और उससे निपटने के कारण अर्थव्यवस्था को 1.9 खरब डॉलर का नुकसान हुआ है.
यह नुकसान प्रति व्यक्ति 40 हजार रुपये से अधिक है
ऑस्ट्रेलियाई संस्था आईईपी के आंकड़ों मुताबिक हिंसा से 2017 के दौरान भारत को जीडीपी के 9 फीसदी के बराबर नुकसान हुआ है.
उधार लेने में भी चीन से पीछे है भारत
साल 2017 में विश्व बैंक से उधार लेने वाले देशों पर एक नजर.
तुर्क अर्थव्यवस्था में उफान लेकिन युवा बेरोजगार
पिछले साल तुर्की की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7 फीसदी रही, लेकिन हर पांचवां युवा बेरोजगार है.
अपनी जेब संभालिए, बढ़ रहे हैं तेल के दाम
कच्चे तेल के लिए एशिया की भूख लगातार बढ़ रही है. कच्चे तेल के दाम भी बढ़ रहे हैं, जिसका असर आपकी जेब पर होगा.
सुधारों को तरसती रूसी अर्थव्यवस्था
रूस को अब भी तेल और गैस सेक्टर से फायदा हो रहा है लेकिन देश की अर्थव्यवस्था बड़ी ढांचागत समस्याओं से जूझ रही है.
टिकट खरीद कर मार्क्स की समाधि पर क्यों जाते हैं लोग?
यूरोप में तो 30 साल पहले ही साम्यवाद ध्वस्त हो गया तो फिर इन लोगों के यहां आने के पीछे क्या वजह है?
इन देशों में है सबसे बड़ा काला बाजार
तस्करी, काला धन, कबूतरबाजी, वन्य जीवों का शिकार, सट्टा और पाइरेसी के मामले ये देश सबसे आगे हैं.
कोयले की विरासत को ऐसे बचा रहा है जर्मनी
कोयले और स्टील के लिए मशहूर जर्मनी के रूर क्षेत्र में अब कोयला खदानों को बंद किया जा रहा है.
परदेसियों ने देश में कितना पैसा भेजा?
वर्ल्ड बैंक का कहना है कि विदेश में काम कर रहे लोगों ने 2017 में अपने देशों को रिकॉर्ड पैसा भेजा.
भारत में साल दर साल कितना सीधा विदेशी निवेश
एक नजर हाल के समय में भारत में हुए सीधे विदेशी निवेश पर.
नौकरी नहीं तो मोदी को वोट भी नहीं देंगे लोग
भारत के शिक्षित बेरोजगार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सबसे ज्यादा नाराज हैं.
90 हजार नौकरियां, ढाई करोड़ अर्जियां
ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या से भी ज्यादा लोगों ने भारत में रेलवे की नौकरी के लिए आवेदन किया है.
मिस्र में राष्ट्रपति चुनाव
राष्ट्रपति अल सीसी का चुनाव निश्चित लगता है. क्या मिस्र ने उनके कार्यकाल में अच्छा प्रदर्शन किया है?
चुपचाप सबसे तेज आर्थिक विकास करते देश
दुनिया में सबसे तेजी से आर्थिक विकास करते देशों की लिस्ट देखकर आप चौंक जाएंगे.
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