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रिपोर्ट: पन्नू की हत्या की साजिश में बागी अधिकारी

२१ मार्च २०२४

ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एक भारतीय जांच में पाया गया है कि अमेरिका में सिख अलगाववादी नेता की हत्या की विफल साजिश में बागी अधिकारी शामिल थे. ये भारत सरकार द्वारा अधिकृत नहीं थे.

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खालिस्तान समर्थक
यूके में विरोध प्रदर्शन करते खालिस्तान समर्थक तस्वीर: picture alliance / ZUMAPRESS.com

अमेरिका के अभियोजकों ने पिछले साल नवंबर में आरोप लगाया था कि खालिस्तान समर्थक अमेरिकी नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की विफल साजिश के पीछे भारतीय अधिकारी काम कर रहा था. अब इस मामले की जांच को लेकर समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि कम से कम एक व्यक्ति भारत सरकार का कर्मचारी है लेकिन वह भारतीय जासूसी एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के लिए अब काम नहीं करता है.

इस मामले की जानकारी रखने वाले एक अनाम वरिष्ठ अधिकारी ने ब्लूमबर्ग को इस बारे में बताया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि नई दिल्ली ने सरकार द्वारा नियुक्त जांच पैनल के निष्कर्ष अमेरिकी अधिकारियों को सौंप दिए हैं.

व्यक्ति के खिलाफ कोई आपराधिक कार्रवाई नहीं

भारतीय विदेश मंत्रालय ने रिपोर्ट पर टिप्पणी के लिए रॉयटर्स के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारत ने उस व्यक्ति के खिलाफ कोई आपराधिक कार्रवाई शुरू नहीं की है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका कथित साजिश में शामिल लोगों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाने की मांग कर रहा है. अमेरिकी अधिकारियों द्वारा साजिश को विफल करने और सरकार के शामिल होने की चिंताओं पर भारत को चेतावनी जारी करने के बाद भारत सरकार ने जांच पैनल का गठन किया था.

इससे पहले पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था यह "चिंता का विषय" और "भारत सरकार की नीति के विपरीत" है. विदेश मंत्रालय ने कहा था कि एक उच्च स्तरीय कमेटी इस मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रही है.

अमेरिका के न्याय मंत्रालय ने 29 नवंबर को जारी एक बयान में कहा था एक भारतीय अधिकारी ने गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के लिए निर्देश दिए थे.

अमेरिका में पन्नू की हत्या की साजिश

अमेरिका में रह कर पन्नू सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) नाम का संगठन चलाता है. यह संगठन सिखों के लिए अलग खालिस्तान की मांग करता है. इसे 2007 में अमेरिका में स्थापित किया गया था. इसका संस्थापक पन्नू ही है. पन्नू ने पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है और फिलहाल अमेरिका में वकालत कर रहा है. वह एसएफजे का कानूनी सलाहकार भी है.

पन्नू की हत्या की कथित साजिश का खुलासा नवंबर में उस समय हुआ था जब कनाडा ने दो महीने पहले आरोप लगाया था कि उसके पास सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की जून में हत्या में भारत सरकार के शामिल होने के पक्के संकेत हैं.

कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया राज्य के सरी में हरदीप सिंह निज्जर की एक गुरुद्वारे के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. भारत सरकार निज्जर को आतंकवादी मानती थी और उन्हें उग्रवादी अलगाववादी संगठन का नेता बताती है. हालांकि निज्जर के समर्थक इसे सरासर गलत बताते हैं.

(रॉयटर्स से जानकारी के साथ)