अब कनाडा को उसके चुनावों में भारत द्वारा छेड़छाड़ का शक
२५ जनवरी २०२४कनाडा के चुनावों में दूसरे देशों के हस्तक्षेप के आरोपों की जांच कर रहे इस विशेष आयोग ने बुधवार को एक बयान में कहा कि उसने कनाडा की सरकार से "2019 और 2021 के चुनावों में भारत द्वारा हस्तक्षेप के आरोपों से संबंधित" दस्तावेज मांगे हैं.
आयोग ने यह भी कहा कि वह "इन विषयों के संबंध में सरकार के अंदर जानकारी के प्रवाह की पड़ताल, प्रतिक्रिया में उठाए गए कदमों का मूल्यांकन और विदेशी हस्तक्षेप का पता लगने, उसे रोकने और उसका प्रतिकार करने की सरकार की क्षमता का आंकलन करना चाहेगा और इन विषयों पर अपनी सिफारिशें देगा."
इस आयोग का गठन सितंबर में प्रधानमंत्री ट्रूडो ने किया था. गठन से पहले चीन द्वारा चुनावों को प्रभावित करने के आरोपों की खबरें आई थीं और ट्रूडो की सरकार पर इनकी पड़ताल का दबाव बढ़ रहा था. चीन ने इन आरोपों का बार बार खंडन किया है.
कई देशों के खिलाफ आरोप
क्यूबेक की जज मारी-जोसी होग इस आयोग की अध्यक्ष हैं. उन्हें जिम्मेदारी दी गई है कि वो चुनावों में चीन, रूस और दूसरे देशों द्वारा हस्तक्षेप के आरोपों की स्वतंत्र जांच करें. उम्मीद की जा रही है कि आयोग तीन मई तक एक अंतरिम रिपोर्ट और साल के अंत तक अंतिम रिपोर्ट तैयार कर लेगा.
भारत ने अभी तक इन घटनाओं पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. ओटावा में भारत के उच्चायोग से टिप्पणी का अनुरोध किया गया था लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक रिश्ते हाल के महीनों में कमजोर हुए हैं.
कनाडा ने पिछले साल ब्रिटिश कोलंबिया में सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारतीय एजेंटों का हाथ होने का आरोप लगाया था. भारत ने इन आरोपों का खंडन किया है. कनाडा के अधिकारियों ने अभी तक इस हत्या के लिए किसी के खिलाफ आरोप लगाए नहीं हैं.
सीके/वीके (रॉयटर्स)