पाकिस्तानः पोलियो अभियान फिर बहाल होगा
१५ जुलाई २०२०पाकिस्तान ने कहा है कि वह अगले हफ्ते से टीकाकरण अभियान दोबारा शुरू करने जा रहा है. महीनों से देश में पोलिया के खिलाफ अभियान कोरोना वायरस के कारण ठप्प हो गया था. कोरोना वायरस महामारी की वजह से देश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी बोझ पड़ा है. महामारी की वजह से ही बच्चों को होने वाली इस बीमारी के खिलाफ अभियान बीते कुछ महीनों से थम गया था. पोलियो विरोधी अभियान तीन दिन चलेगा. यह सोमवार, 20 जुलाई से शुरू होगा और योजना के मुताबिक आठ लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी. पुलिस विभाग को पोलियो अभियान में शामिल होने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर अनुरोध प्राप्त हुआ है. पाकिस्तान में पोलियो के खिलाफ अभियान में शामिल कर्मचारियों पर पहले कई बार हमले भी हो चुके हैं.
पाकिस्तान में पोलियो उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय समन्वयक राणा मोहम्मद सफदर के मुताबिक पोलियो कर्मचारी अपनी ड्यूटी करते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे. यह ऐलान ऐसे वक्त में हुआ जब पाकिस्तान के शक्तिशाली सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और अरबपति दानकर्ता बिल गेट्स को पिछले महीने कहा था कि देश में कोविड-19 की चुनौतियां के बावजूद सरकार पोलिया के खिलाफ अभियान शुरू करेगी. बाजवा ने उस समय तारीख नहीं बताई थी.
पाकिस्तान, अफगानिस्तान और नाइजीरिया ऐसे देश हैं जहां अब भी पोलियो मौजूद है. पोलियो का वायरस मुख्य तौर पर मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को संक्रमित करता है, जिसकी वजह से स्थायी रूप से मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी और लकवा हो सकता है. यह वायरस सिर्फ इंसानों को संक्रमित करता है और बच्चे इसका खास तौर से शिकार बनते हैं. बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने पाकिस्तान समेत दुनिया के अन्य देशों की पोलियो के खिलाफ अभियान में मदद की है.
डब्ल्यूएचओ ने जून में पाकिस्तान और अन्य जगहों पर पोलियो की स्थिति पर समीक्षा बैठक की थी और यात्रा संबंधी रोक को बढ़ा दिया था. यह रोक पहली बार 2014 में लगी जिसके तहत यह जरूरी है कि जो लोग पाकिस्तान की यात्रा कर रहे हैं, उन्हें एक महीने पहले पोलियो की खुराक लेनी होगी. पाकिस्तान को भरोसा था कि वह 2018 तक इस बीमारी को खत्म कर देगा, उस समय सिर्फ 12 केस रिपोर्ट किए गए थे. उसके आने वाले वर्षों में पोलियो के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हुई. पाकिस्तान के अलग-अलग भागों से जनवरी से अब तक 58 मामले सामने आ चुके हैं. कुछ मामले उत्तरपश्चिम क्षेत्र जो कि अफगानिस्तान की सीमा से लगा है, वहां भी सामने आए हैं.
तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठन पोलियो टीम और उनकी सुरक्षा में लगे पुलिसबल पर हमले करते रहे हैं. यही नहीं, टीकाकरण केंद्रो को भी आतंकवादी निशाना बनाते आए हैं. आतंकी संगठनों का दावा है कि पोलियो अभियान के तहत खुफिया जानकारी जमा की जाती है.
एए/आईबी (एपी)
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