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अब मुंबई में भी किसान धरने पर

चारु कार्तिकेय
२५ जनवरी २०२१

दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए महाराष्ट्र के कई जिलों से किसान बड़ी संख्या में मुंबई में इकठ्ठा हो रहे हैं. तीन दिनों का यह धरना मुंबई के आजाद मैदान में होगा.

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Indien Neu Delhi Farmer Proteste
तस्वीर: Seerat Chabba/DW

पिछले दो महीनों से दिल्ली तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का केंद्र बनी हुई है, लेकिन अब मुंबई में भी किसानों के आंदोलन के स्वर गूंजेंगे. दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मुंबई के आजाद मैदान में महाराष्ट्र के कई जिलों से किसान बड़ी संख्या में जमा हो रहे हैं.

ताजा रिपोर्टों के अनुसार प्रदेश के 21 जिलों से किसान मुंबई पहुंच चुके हैं और कई और किसान अपने अपने जिलों से निकल चुके हैं. सोमवार 25 जनवरी को आजाद मैदान में एक बड़ी रैली आयोजित करने की योजना है, जिसे कई राजनीतिक पार्टियों के नेता भी संबोधित करेंगे. इनमें एनसीपी के अध्यक्ष और पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार भी शामिल हैं.

पवार तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और प्रदेश के किसानों के बीच उन्हें काफी समर्थन प्राप्त है. उम्मीद की जा रही है कि उनकी उपस्थिति की वजह से रैली के काफी बड़ी संख्या में उनके समर्थक और किसान जुड़ेंगे.

रैली का आयोजन संयुक्त किसान मोर्चा ने किया है, जो दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों के कई संगठनों का एक संयुक्त संगठन है. मुंबई में इस धरने का आयोजन अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर के तले किया जा रहा है. इसमें जुटने वाले किसान भी तीनों नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं.

Indien | Landwirte | Proteste in Neu-Delhi
दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे किसान.तस्वीर: Sameeratmaj Mishra/DW

सोमवार को आजाद मैदान से एक जत्था राज भवन तक पदयात्रा भी निकालेगा और राज्यपाल को कृषि कानूनों के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपेगा. धरने का अंत 26 जनवरी की सुबह राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद होगा.

दिल्ली में होगी किसान परेड

इस बीच दिल्ली में 26 जनवरी को किसानों को अपनी ही परेड निकालने की दिल्ली पुलिस ने अनुमति दे दी है. हालांकि पुलिस ने किसानों से कहा है कि वो गणतंत्र दिवस की आधिकारिक परेड को बाधित नहीं करेंगे और अपनी परेड उस परेड के खत्म हो जाने के बाद निकालें.

दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों को परेड के लिए पहली बार दिल्ली के अंदर प्रवेश करने का अवसर मिलेगा. किसानों को कहा गया है कि वो राष्ट्रीय राजधानी के अंदर आ सकते हैं लेकिन उन्हें एक तय मार्ग पर कुछ स्थानों से होते हुए फिर से दिल्ली की सीमाओं से बाहर निकल जाना होगा.

सिंघु बॉर्डर से दिल्ली आने वाले ट्रैक्टर 62 किलोमीटर की यात्रा तय करेंगे, टिकरी बॉर्डर से आने वाले 64 किलोमीटर और गाजीपुर बॉर्डर से 46 किलोमीटर. पुलिस का अनुमान है कि 10,000 से भी ज्यादा ट्रैक्टर किसान परेड में शामिल होंगे. संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी किसानों को परेड को शांतिपूर्ण रखने के लिए कहा है.

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