ओबामा से मिलने वाले मंत्री बायोडाटा बनाने में जुटे
५ नवम्बर २०१०मंत्रियो से नाम, पता, और पद ही नहीं पैन नंबर, ब्लड ग्रुप, जन्मदिन और इस तरह की निजी जानकारियों की पूरी फेहरिश्त मांगी गई है . सवालों के लिस्ट देख कर मंत्रियों को चुनाव में दाखिल होने वाला नामांकन पत्र याद आ रहा है. डर ये भी है कि चुनाव में तो आयोग और विरोधी पार्टी के नेता उनकी जानकारियों पर सवाल उठाते हैं यहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास है कहीं कुछ गलती हो गई तो लेने के देने न पड़ जाएं.
मंत्रियों को इस तरह से उनके बारे में मांगी गई जानकारी इतनी बुरी लगी है कि कइयों ने तो पार्टी में जाने का इरादा ही बदल दिया है. उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल ने कहा, "मुझे, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और दूसरे लोगों को जो निमंत्रण पत्र भेजा गया है उसके साथ एक फॉर्म भी है जिसमें पैन नंबर, फोटो और पासपोर्ट के नंबर समेत तमाम जानकारियां मांगी गई हैं. मेजबान मेहमानों से उनके बारे में जानकारी मांग रहे हैं अगर वो हमें जानते ही नहीं तो बुला क्यों रहे हैं."
महाराष्ट्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सवालों की फेहरिश्त बहुत लंबी है और इसे पूरा करना एक बड़ी कवायद. संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों से इस तरह की जानकारी मांगा जाना वो भी पार्टी में शामिल होने के लिए ये बात मंत्रियों को बेहद शर्मनाक लग रही है. कहां तो लोग पार्टी में शामिल होने के लिए लोग बेहतरीन कपड़े और जूते तैयार करने में लगते हैं यहां बायोडाटा तैयार करने में मेहनत करनी पड़ रही है. अब अमेरिकी राष्ट्रपति की पार्टी में शामिल होना इतना आसान भी तो नहीं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य