डेविस की रिहाई के खिलाफ पाकिस्तान में प्रदर्शन
१७ मार्च २०११सड़को पर उतरे लोगों ने 'अमेरिका के दोस्त और देशद्रोही' के नारे लगाए. कई शहरों में पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को तितर बितर किया. विरोधियों कह रहे हैं कि डेविस पर समझौता कर सरकार पाकिस्तान की अखंडता को दांव पर लगा रही है. पेशावर में विश्वविद्यालय छात्रों के प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस को तैनात कर दिया गया है. पंजाब प्रांत में वकीलों के समुदाय ने भी विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लिया.
हालांकि प्रदर्शनों में मुख्य विपक्षी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग के सदस्य मौजूद नहीं थे और विश्लेषकों का मानना है कि इससे प्रदर्शनों पर सरकार के नियंत्रण का संकेत मिलता है. इस बीच पाकिस्तान में सरकार ने डेविस की रिहाई के बदले मारे गए व्यक्तियों के परिवारों को दिए गए मुआवजे के सिलसिले में कुछ दस्तावेज सार्वजनिक किए हैं.
अब तक पता नहीं चल पाया है कि मुआवजे के लिए दो करोड़ डॉलर किससे मिले हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री हिलरी क्लिंटन ने इस आरोप को खारिज किया है कि डेविस की आजादी में उनका हाथ था. पाकिस्तान में स्थानीय मीडिया पाकिस्तान सरकार पर शक कर रहा है. कुछ खबरे ऐसी भी आ रही हैं कि डेविस की रिहाई के बदले मारे गए व्यक्तियों के परिवारों को अमेरिका का वीजा दिया गया है.
रिपोर्टः डीपीए/एमजी
संपादनः ओ सिंह