लीबिया में कार्रवाई की तैयारियों में जुटा अमेरिका
७ मार्च २०११न्यूयॉर्क टाइम्स की यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब लीबिया शासक मुअम्मर गद्दाफी के वफादार सैनिकों ने एक अहम शहर को फिर से अपने नियंत्रण में ले लिया और उन्होंने विद्रोहियों को गद्दाफी के गृह नगर पर भी नियंत्रण नियंत्रण नहीं करने दिया है. अखबार ने ओबामा प्रशासन के गुमनाम अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि अंतरराष्ट्रीय वायुक्षेत्र में सिग्नल जाम करने वाले सिर्फ एक विमान के जरिए लीबिया सरकार के सैन्य यूनिटों से संपर्क को तोड़ा जा सकता है.
अखबार कहता है कि त्रिपोली तक मारक दूरी के दायरे में जिस सैन्य बल को तैनात किया गया है वह है 26वीं मैरीन तत्काल यूनिट जिसमें दो अत्याधुनिक युद्धपोत शामिल हैं. यह यूनिट पूरी तरह जमीनी, हवाई और नौसैनिक कार्रवाई करने में सक्षम है. अखबार का कहना है कि रणनीति के तहत विद्रोहियों को हथियार भी मुहैया कराए जा सकते हैं. अफगानिस्तान की तरह लीबिया में छोटी ऑपरेशन टीमें भी भेजी जा सकती हैं जो गद्दाफी सरकार को सत्ता से बाहर करने में मदद करेंगी.
लीबिया जाएगी यूएन की टीम
उधर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने लीबिया में आम लोगों पर हो रहे हमलों को रोकने की मांग की है. लीबियाई सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ने वालों को न्याय के कठघरे तक लाया जाएगा. बान की मून ने जॉर्डन के पूर्व विदेश मंत्री अब्देलियाह अल खतीब को लीबिया के लिए अपना विशेष दूत नियुक्त किया है जो तुरंत लीबिया के अधिकारियों के साथ मिल कर मानवीय संकट पर बात करेंगे.
बान की मून ने लीबिया के विदेश मंत्री मूसा कुसा से रविवार को बात की और उनसे कहा कि सरकार को देश के नागरिकों की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी को निभाना होगा और गरिमा और शांति से रहने के लीबिया लोगों को हक का भी सम्मान करना होगा. बान और कुसा इस बात पर सहमत हुए कि संयुक्त राष्ट्र मानवीय स्थिति का जायजा लेने के लिए जल्द ही अपनी एक टीम त्रिपोली भेजेगा. लीबिया में गद्दाफी की 41 साल पुरानी सत्ता के खिलाफ विद्रोह में संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक अब तक लगभग एक हजार लोग मारे गए हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एन रंजन