श्रीलंका: कोविड का गर्भवती महिलाओं पर बढ़ता असर
१० सितम्बर २०२१श्रीलंका सरकार ने कोविड-19 के असर को देखते हुए महिलाओं से कहा है कि वे गर्भ धारण करना कम से कम एक साल तक स्थगित कर दें. स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि महिलाओं को ऐसा करने की सलाह दी जा रही है. पिछले चार महीनों में देश में कोविड-19 की वजह से कम से कम 40 गर्भवती महिलाओं की मृत्यु हो गई.
सरकार के स्वास्थ्य प्रमोशन ब्यूरो चित्रमालि डि सिल्वा ने बताया, "सामान्य रूप से हमारे देश में एक साल में 90 से 100 गर्भवती महिलाओं की मृत्यु हो जाती है लेकिन तीसरी लहर की शुरुआत से हमने सिर्फ कोविड की वजह से 41 गर्भवती महिलाओं की मृत्यु के मामले किए हैं."
सिर्फ सलाह, आदेश नहीं
सरकारी प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञ हर्षा अटपटू ने बताया, "हम परिवारों से कह रहे हैं कि वे एक साल के लिए परिवार नियोजन के तरीके इस्तेमाल करने पर विचार करें. संभव है कि इस अवधि में हम कोविड-19 के उत्तर प्रभावों को और बेहतर समझ पाएं और एक ज्यादा बेहतर टीका भी विकसित कर पाएं."
अटपटू ने कहा कि शुरू में सिर्फ 35 साल से ज्यादा उम्र की गर्भवती महिलाओं को कोरोना वायरस का टीका लेने की सलाह दी गई थी. बाद में इस सलाह का दायरा बढ़ा कर इसमें उन सभी महिलाओं को ला दिया गया जिन्हने गर्भवती हुए 12 सप्ताह से ज्यादा हो गए थे. अब सभी गर्भवती महिलाओं को टीका लेने के लिए कहा जा रहा है.
अटपटू ने यह भी कहा, "हालांकि, डेल्टा वैरिएंट के प्रकोप को देखते हुए अब हमारी सलाह यह है कि गर्भ धारण को टाल दिया जाए." स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता और स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉक्टर हेमंथा हेराथ ने बताया कि वो मानते हैं कि यह एक सुरक्षित रखने वाला कदम है, लेकिन सरकार ने अभी तक इसे फैसले के तौर पर लागू नहीं किया है.
टीकाकरण के बावजूद
पिछले चार महीनों में 5,500 से भी ज्यादा गर्भवती महिलाओं को संक्रमण हो चुका है और इनमें से करीब 70 प्रतिशत महिलाओं का टीकाकरण पूरा हो चुका था. हालांकि, इनमें से अधिकांश ने बिना किसी परेशानी के बच्चों को जन्म दिया. इन महिलाओं में नौ सितंबर को राजधानी कोलंबो में तीन बच्चों को एक साथ जन्म देने वालीं एक 27 साल की महिला भी शामिल हैं.
देश में रोजाना सामने आने वाले संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. नौ सितंबर को 175 लोगों की मृत्यु हो गई और जनवरी 2020 में महामारी की शुरुआत से अभी तक देश में मारे जाने वालों की कुल संख्या 10,864 हो गई. मई में पहली बार कोविड-19 संक्रमण की वजह से एक गर्भवती महिला की मृत्यु का मामला सामने आया था.
अप्रैल के मध्य में स्थानीय नव वर्ष के जश्न के यात्रा संबंधित प्रतिबंध ढीले किए थे लेकिन उसके बाद से डेल्टा वैरिएंट से संक्रमण के मामलों में उछाल देखा गया. 2.1 करोड़ की आबादी वाले इस देश में अगस्त से तालाबंदी का एक हल्का रूप लागू है. सरकार उम्मीद कर रही है कि सितंबर के मध्य तक इसे भी हटा लिया जाएगा.
लेकिन देश में विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों ने कहा है कि अक्टूबर की शुरुआत तक और कड़े प्रतिबंध लागू किए जाने चाहिए. देश में अस्पतालों पर मरीजों का बोझ काफी बढ़ गया है, बावजूद इसके कि टीकाकरण अभियान को तेज करने की कई कोशीशें की गई हैं. देश की लगभग आधी आबादी को टीके की दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं.
सीके/वीके (डीपीए, एएफपी)