'आम आदमी' विधायक, 238 करोड़ रुपए संपत्ति
१५ मार्च २०२२पंजाब में हाल ही में हुए विधान सभा चुनावों में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर आई. विधान सभा की 117 सीटों में से 92 'आप' ने जीतीं, 18 कांग्रेस ने, तीन अकाली दल ने और दो बीजेपी ने.
सभी विधायकों ने चुनाव से पहले ही नामांकन के समय चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामों में अपने वित्तीय और आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी दी थी. चुनाव सुधारों के लिए काम करने वाली संस्था 'एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर)' ने इसी जानकारी का अध्ययन किया है.
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आपराधिक रिकॉर्ड
एडीआर के मुताबिक 117 विधायकों में कम से कम 58 (50 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. 2017 में सिर्फ 16 विधायकों (14 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे.
इनमें से 27 विधायकों (23 प्रतिशत) के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि 2017 में ऐसे विधायकों की संख्या 11 (नौ प्रतिशत) थी. साफ है कि राज्य की विधान सभा में आपराधिक रिकॉर्ड के विधायकों की संख्या बढ़ गई है.
इनमें से एक विधायक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज है, दो के खिलाफ हत्या की कोशिश के मामले दर्ज हैं और तीन के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं. सबसे ज्यादा आपराधिक रिकॉर्ड वाले विधायक 'आप' के हैं.
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'आप' के 92 विधायकों में से 52 (57 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 23 (25 प्रतिशत) के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं. कांग्रेस, अकाली दल और बीजेपी के आपराधिक रिकॉर्ड वाले विधायकों की संख्या तीन, दो और एक है.
करोड़पति विधायक
हलफनामों में दी गई इस जानकारी से चुनावों में बल और पैसों दोनों के प्रभाव का अंदाजा मिलता है. एडीआर विधायकों के आपराधिक रिकॉर्ड के साथ साथ उनके द्वारा दी गई उनकी संपत्ति की जानकारी का भी अध्ययन करती है.
ताजा अध्ययन में सामने आया है कि 117 विधायकों में से 87 विधायक (74 प्रतिशत) करोड़पति हैं. इनमें भी पहला स्थान 'आप' का ही है. पार्टी के 92 विधायकों में से 63 (69 प्रतिशत) करोड़पति हैं. कांग्रेस के 18 में से 17, अकाली दल के तीनों और बीजेपी के दोनों विधायक करोड़पति हैं.
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33.33 प्रतिशत विधायकों के पास पांच करोड़ रुपयों से ज्यादा संपत्ति है, जबकि 27.35 प्रतिशत के पास 50 लाख से दो करोड़, 23.08 प्रतिशत के पास दो से पांच करोड़, 11.97 प्रतिशत के पास 10 लाख से 50 लाख और 4.27 प्रतिशत के पास 10 लाख रुपयों से कम की संपत्ति है.
सभी विधायकों की संपत्ति का औसत 10.45 करोड़ है. इनमें 'आप' का औसत 7.52 करोड़, कांग्रेस का औसत 22.73 करोड़, अकाली दल का औसत 15.03 करोड़ और बीजेपी का औसत 2.49 करोड़ है.
'आप' के विधायक
सबसे अमीर विधायक 'आप' के कुलवंत सिंह हैं. साहिबजादा अजित सिंह नगर (मोहाली) विधान सभा से जीतने वाले सिंह ने कुल 238 करोड़ रुपयों की संपत्ति की जानकारी चुनाव आयोग को दी है. सिंह चुनाव लड़ने वाले पूरे राज्य के उम्मीदवारों में भी सबसे अमीर उम्मीदवार थे.
वो मूल रूप से रियल एस्टेट क्षेत्र के व्यापारी हैं और जनता लैंड प्रोमोटर्स समूह के मालिक हैं. समूह का रियल एस्टेट व्यापार पूरे पंजाब से ले कर हिमाचल प्रदेश तक फैला हुआ है. करीब पांच साल पहले वो मोहाली के पहले महापौर चुने गए थे.
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सिंह ने 2014 में अकाली दल के टिकट पर लोक सभा का चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उस समय 'आप' के प्रत्याशी हरिंदर सिंह खालसा से हार गए थे. वो जनवरी 2022 में ही आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे.
कुलवंत सिंह के अलावा सुनाम निर्वाचन क्षेत्र से 'आप' के ही विधायक अमन अरोड़ा भी राज्य के सबसे अमीर विधायकों में से हैं. उनकी घोषित संपत्ति 95 करोड़ है. दिलचस्प बात यह है कि राज्य में सबसे कम घोषित संपत्ति वाले विधायक भी 'आप' के ही हैं.
फजिल्का से विधायक नरिंदर पाल सिंह ने 18 हजार रुपयों की, संगरूर से नरिंदर कौर ने 24 हजार रुपयों की और भदौर से लाभ सिंह ने तीन लाख रुपयों की संपत्ति घोषित की है.