'ओसामा मरा तो मैं क्या करूं, शादी थोड़ी रुकेगी'
९ मई २०११38 साल के सुहैल नासिर कहते हैं, "ओसामा मेरी प्रॉब्लम नहीं है. मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह यहां मरा. मैं उसकी मौत के कारण अपनी शादी मुल्तवी नहीं कर सकता." पाकिस्तान के नागरिक गुस्से में सवाल पूछ रहे हैं कि क्या देश की सेना इतनी असमर्थ है कि उसे बिन लादेन के शहर में होने का पता नहीं या फिर और बुरा कि उन्होंने उसे सुरक्षा दी.
बहरहाल नासिर और उसका परिवार शादी की खुशियों में डूबा है. उनका घर रंग बिरंगी लाइटों से सजा है. और दुनिया के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी के मारे जाने जैसी 'छोटी खबर' से वह अपनी खुशियां खराब नहीं होने देंगे. पाकिस्तान में शादी का समारोह पांच दिन चलता है और नासिर के यहां समारोह की शुरुआत बुधवार को ही हो गई, जबकि उनके ठीक पड़ोस में विदेशी मीडिया और सुरक्षा अधिकारियों का जमावड़ा लगा हुआ था.
बिन लादेन की मौत की खबर पर उदासीनता सिर्फ नासिर के परिवार ही नहीं पूरे पाकिस्तान में देखी जा रही है. आतंकी सरगना के पड़ोस में पांच साल से रहने वाले लोगों को अब भी यकीन नहीं हो रहा कि वहां ओसामा रहता था. अमेरिका के प्रति लोगों में कटुता और बढ़ गई है. नासिर की शादी में तुर्की से आए असीम शाह कहते हैं, "हमें विश्वास नहीं कि ओसामा यहां रहता था. आपको इस नाटक में विश्वास है? यह सिर्फ एक नाटक था. अमेरिका अफगानिस्तान से अपने सैनिक वापस बुलाना चाहता है. उन्होंने यह नाटक सफलता के साथ खेला."
बारात तक्षिला शहर पहुंची और वहां से दुल्हन को लेकर आई. ढोल ताशे, नाच गाने के साथ नासिर और उसका परिवार घर लौटे, नासिर ने बताया, "हम अभी अभी तक्षिला से लौटे हैं, दुल्हन को भी लेकर आए हैं. हम शादी का आनंद उठा रहे हैं. यह हमारा जीवन है."
सप्ताहांत में कई होटलों में शादियां हुईं. वैसे भी पाकिस्तान में अमेरिका को लेकर गुस्सा कोई नई बात नहीं है. चाहे वह रेमंड डेविस का मामला हो या उत्तर पश्चिम में लगातार जारी ड्रोन हमले.
नासिर के यहां आए एक अन्य मेहमान रशीद खान ने कहा, "एबटाबाद एक शांत शहर है. मुझे इस पूरे नाटक पर अब भी विश्वास नहीं हो रहा है. हम क्यों हमले की आशंका से डरें. हमारे पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना है. अमेरिका इसे बदनाम करना चाहता है. यह सिर्फ षडयंत्र है. अमेरिका ने डॉक्टर आफिया को क्यों रिहा नहीं किया, क्यों रेमंड डेविस निर्दोष पाकिस्तानियों को मार सका. ओबामा ने खुद ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है."
पाकिस्तान की सबसे बड़ी धार्मिक पार्टी जमात-ए-इस्लामी अमेरिका के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी. वहीं दूसरे लोग दुकानों में सीडी, डीवीडी खरीद रहे थे. बॉलीवुड फिल्म खरीद रहे मकसूद जादून ने कहा, "हम ओसामा के मरने पर क्यों शोक करें. वह सीआईए एजेंट था और अमेरिका को यह नाटक करने में उसने मदद की."
रिपोर्टः एएफपी/आभा एम
संपादनः ए कुमार