जी-20 बैठक के केंद्र में मुद्रा युद्ध
२२ अक्टूबर २०१०बैठक का मुख्य मुद्दा मुद्रा दर पर कई सप्ताह से चल रहा विवाद और आर्थिक सत्ताओं के बीच व्यापारिक असंतुलन है. अमेरिकी वित्त मंत्री टिमोथी गाइथनर ने विवाद के समाधान के लिए कुछ सुझाव दिए हैं जिंहे जर्मनी ने ठुकरा दिया है. भारत मुद्रा विवाद में टकराव के बदले सहमति चाहता है. बैठक में भाग ले रहे भारतीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा, "मैं टकराव में विश्वास नहीं करता. मैं संवाद में विश्वास करता हूं." मुद्रा विवाद पर भारत की रुख स्पष्ट करने के बदले मुखर्जी ने कहा, "भारत का रुख इस पर निर्भर करेगा कि बैठक में मामले को कैसे उठाया जाता है." उन्होंने कहा कि फैसला सदस्य देशों के नेताओं को लेना है और हम अपने विचारों को विज्ञप्ति में शामिल करवाएंगे.
बैठक से पहले अमेरिका के वित्त मंत्री टिमोथी गाइथनर ने साथी वित्त मंत्रियों को पत्र लिखकर व्यापारिक असंतुलन को दूर करने के सुझाव दिए हैं. जर्मनी ने इन सुझावों को ठुकरा दिया है. अपने पत्र में गाइथनर ने बड़े पैमाने पर निर्यात करने वाले देशों से कर में छूट देकर स्थानीय खपत को बढ़ाने की मांग की है. गाइथनर के प्रस्तावों का असर चीन, जर्मनी और जापान पर पड़ेगा जो आयात से ज्यादा निर्यात करते हैं. इसके बदले गाइथनर ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार में लगातार घाटा झेल रहे देशों से बचत करने और निर्यात अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने की मांग की.
अमेरिका ने अपनी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए निर्यात को बढ़ावा देने का फैसला लिया है. इसमें कमजोर डॉलर से मदद मिलेगी. वह चीन के सकारात्मक व्यापारिक संतुलन की शिकायत करता रहा है तथा उससे अपनी मुद्रा की दर बढ़ाने की मांग कर रहा है, जिसे चीन ठुकरा रहा है. सस्ती मुद्रा निर्यात को प्रोत्साहन देती है. आर्थिक संकट से उबरने के लिए सभी देश निर्यात पर जोर दे रहे हैं लेकिन उससे वैश्विक असंतुलन पैदा होने का खतरा है.
अमेरिकी प्रस्ताव का उद्देश्य आयात और निर्यात में वैश्विक संतुलन को बिगड़ने से रोकना है. लेकिन व्यापार संतुलन में सीमा तय करने का गाइथनर का प्रस्ताव असंतोष पैदा कर सकता है. ठोस आंकड़े नहीं दिए गए हैं लेकिन अधिकारी चार फीसदी की बात कर रहे हैं. इस बैठक में जर्मनी के बीमार वित्त मंत्री की जगह अर्थनीति मंत्री राइनर ब्रुइडर्ले भाग ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि व्यापार संतुलन की सीमा तय करने को वह सही कदम नहीं मानते.
जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के अध्यक्षों की दो दिवसीय बैठक दक्षिण कोरियाई शहर क्योंग्यू में हो रही है. इस बैठक में तीन सप्ताह बाद सोल में होने वाली जी-20 शिखर भेंट की तैयारी हो रही है, जिसमें बीस देशों के राज्य व सरकार प्रमुख भाग लेंगे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: ए कुमार