जर्मनी में बुरकिनी के हक में फैसला
१२ सितम्बर २०१३जर्मनी में मुस्लिम लड़कियों का स्कूल में स्विमिंग करने का मामला तब अदालत पहुंचा जब फ्रैंकफर्ट की एक 13 साल की लड़की ने इसके बारे में शिकायत की. लड़की का कहना था कि वह ऐसा स्विमिंग कोर्स नहीं कर सकती जिसमें लड़के और लड़कियां मिल कर पूल में उतरें. बुधवार को लाइपजिग की एक अदालत ने फैसला सुनाते हुए कहा कि मुस्लिम लड़कियों को इस बात से राहत नहीं दी जा सकती. अदालत का कहना है कि धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए लड़कियों को बुरकिनी पहनने की अनुमति होगी. बुरकिनी ऐसा लिबास है जिसमें केवल चेहरा, हाथ और पैर ही दिखते हैं और बाकी बदन ढका होता है.
धर्म और शिक्षा का असमंजस
मूल रूप से मोरक्को की इस छात्रा की यह भी शिकायत थी कि अगर वह बुरकिनी पहनेगी तो उसकी जान पहचान के लोग उसे बुरी नजर से देखेंगे. इस दलील को खारिज करते हुए अदालत ने कहा है कि धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना जरूरी है, लेकिन सरकार के लिए उस से भी जरूरी है बच्चों को शिक्षित करना है. अदालत ने फैसला सुनाते हुए कहा, "याचिकाकर्ता इस बात को साबित नहीं कर सकीं कि अगर लड़कियां बुरकिनी पहन कर लड़कों के साथ स्विमिंग के कोर्स में हिस्सा लेती हैं तो वह मुस्लिम नियमों का उल्लंघन है".
यह मामला दो साल से चल रहा है और इस बीच दो स्थानीय अदालतें छात्रा की अर्जी खारिज कर चुकी हैं. छात्रा के वकील क्लाउस माइसनेर का कहना है कि उसके लिए लड़कों को केवल स्विमिंग कॉस्टयूम पहने देखना भी शर्मिंदगी का सबब है. उन्होंने कहा, "कुरान ना केवल आपको कम कपड़े पहनने से वर्जित करता है, बल्कि कम कपड़े पहने हुए लोगों को देखने से भी".
इस्लाम के अनुकूल
जर्मनी में इस्लामी संगठनों ने फैसले का विरोध नहीं किया है. जर्मनी के सेंट्रल काउंसिल ऑफ मुस्लिम्स के प्रमुख ऐमन माजेक का कहना है, "हमारे विचार में पूरे बदन को ढकने वाला स्विमसूट अनुचित नहीं है और इस्लाम के अनुकूल भी है". जर्मनी की आठ करोड़ की आबादी का कुल पांच फीसदी हिस्सा मुस्लिम है. चांसलर अंगेला मैर्केल की सरकार का कहना है कि वह देश के 40 लाख मुसलामानों के साथ बातचीत करने और उन्हें समाज में सम्मिलित करने को तवज्जो देती है, बशर्ते वे भी इसके लिए कोशिश करें और भाषा सीखें.
हाल के दिनों में मुस्लिम लड़कियों का स्कूल में खेल कूद और स्विमिंग में हिस्सा लेना यूरोप के कई देशों में मुद्दा बना है. इस साल मई में स्विट्जरलैंड में सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे ही एक मामले में फैसला सुनाया. वहां माता पिता ने शिकायत की थी कि वे अपनी बेटी को बुरकिनी पहन कर भी स्विमिंग नहीं करने देना चाहते. फ्रांस में, जहां बुर्के और हिजाब पर भी मनाही है, वहां कई सार्वजनिक स्विमिंग पूल बुरकिनी की अनुमति भी नहीं देते.
आईबी/एनआर (रॉयटर्स/एएफपी)