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रुपया रिकॉर्ड खाई में
भारत में विदेशी पूंजी के पलायन के डर से रुपया फिर से रिकॉर्ड निचले स्तर पर गिर गया है. शेयर बाजार में आई तेज गिरावट के बाद वहां दर्ज कंपनियों की कुल संपत्ति ट्रिलियन डॉलर के नीचे आ गई.
वायु प्रदूषण से लड़ने चला चीन
चीन ने हाल ही में वायु प्रदूषण ने निपटने के लिए एक बड़ी योजना बनाई है. इस कदम से यह तो पता चला गया है कि चीन के लिए यह कितना अहम हो गया है लेकिन जानकारों का कहना है कि बदलाव जड़ से करने होंगे.
'भारत की बुनियाद मजबूत है'
अमेरिकी विदेश मंत्री जो बाइडेन आज से भारत दौरे पर हैं. भारत अमेरिका के बीच अधिकारियों और नेताओं का दौरा तेज हो गया है. विदेश नीति के जानकार कमर आगा ने बताई इसकी वजहें.
नेपाल में हिंदी नहीं चीनी
सदियों से हिंदी बोलने में खुशी महसूस करता रहा नेपाल अब चीनी भाषा सीख रहा है. आर्थिक मजबूरियां और उपेक्षा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रिश्तों पर भारी पड़ गई हैं.
क्या पैसे से खुशी भी मिलती है?
पैसा सब खरीद सकता है, लेकिन खुशियां नहीं, यह बात तो सब जानते हैं. पर साथ ही यह भी सच है कि हमारी आर्थिक स्थिति को ही खुशहाली का पैमाना भी माना जाता है.
संभव है यूरो एकजुटता कोष
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने यूरोप में आर्थिक नीति पर निकट सहयोग की मांग की है. उन्होंने कहा कि वह लंबे समय में यूरो देशों के लिए एकजुटता कोष संभव मानती हैं ताकि यूरोपीय देशों की प्रतिस्पर्धी क्षमता में अंतर दूर हो.
भूटान से सीख लेता जर्मनी
भूटान के मॉ़डल पर जोर. स्कूलों में दो मिनट का ध्यान.
फंदे में फंसी ईरानी अर्थव्यवस्था
बेरोजगारी दर ऊंची है, महंगाई उफान पर है और बिक्री कम हो रही है, ईरान की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है. पश्चिमी देशों की पाबंदियों का उसमें आंशिक हिस्सा है, ज्यादातर समस्याएं खुद की पैदा की गई हैं.
अहमदीनेजाद के नाकामयाब आठ साल
ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद अपने उत्तराधिकारी के लिए एक अलग थलग और आर्थिक रूप से कमजोर देश छोड़ रहे हैं. घरेलू और सामाजिक मोर्चे पर भी उनकी नीतियां सफल नहीं रही हैं.
अर्थव्यस्था को बदहजमी
खराब खाना दुनिया के देशों की अर्थव्यवस्था का हाजमा बिगड़ रहा है. लोग ज्यादा कैलोरी वाले या फिर खराब खाने से मोटापे, कुपोषण और बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. अर्थव्यवस्था भी उनकी सेहत सुधारने में बदहाल हो रही है.
जर्मनी में अरबों के टैक्स की हेराफेरी
बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर बड़े पैमाने पर टैक्स बचाने के आरोप लगते रहे हैं. अब एक सर्वे में पता चला है कि जर्मन कंपनियां भी खातों में हेरफेर कर और मुनाफे को विदेशी उपक्रमों में भेजकर अरबों यूरो टैक्स बचा रही है.
अफ्रीकी विकास की हकीकत
अफ्रीका अपनी राजनीतिक एकता की 50वीं सालगिरह मना रहा है, तो दूसरी ओर उसकी अर्थव्यवस्था लहलहा रही है. ऊंची विकास दर और विदेशों से भारी पूंजी निवेश हो रहा है, लेकिन इसका फायदा सबको नहीं मिल रहा है.
मामूली सुधार से ब्रिटेन की मंदी को झटका
ब्रिटिश अर्थव्यवस्था की पहली तिमाही में उम्मीद से बेहतर नतीजे बता रहे हैं कि देश ने मंदी को झटका दिया है. खर्च में कटौती की नीति पर चल कर आलोचना से जूझ रही सरकार को राहत की कुछ सांसें मिली हैं.
महिला आरक्षण पर राजनीतिक संकट
जर्मन उद्यमों में महिला मैनेजरों की भारी कमी है. सरकार उनके लिए आरक्षण कोटे की मांग मानने को तैयार नहीं. वहीं संसद में विपक्ष के गैरसरकारी बिल को सत्ताधारी सांसदों के एक धड़े ने समर्थन देने की बात कही. सरकार पर दबाव.
कहां गायब हो जाते हैं रईस
भारत में अमीरों को ढूंढना कोई मुश्किल काम नहीं. किसी भी बड़े मॉल में चले जाइए एक नहीं हजारों मिलेंगे. केवल इतना ध्यान रखना है कि आय कर देने का वक्त न हो, साल में इस समय अमीर लापता हो जाते हैं.
विदेशी ब्रांड की पसंद पाकिस्तान
पाकिस्तान में विदेशी खानों और फैशन से जुड़ी चीजों का बाजार फल फूल रहा है. कट्टरपंथ, क्षेत्रीय हिंसा और बेहद गरीबी में जी रही एक तिहाई आबादी के बीच यह आखिर कैसे और क्यों हो रहा है.
जर्मन व्यापार में रिकॉर्ड फायदा
कार हो, मशीनरी या इलेक्ट्रॉनिक, जर्मनी में बने माल पूरी दुनिया में लोकप्रिय हैं. यूरो संकट और साल के अंत में आए धीमेपन के बावजूद जर्मनी ने 2012 में निर्यात का नया रिकॉर्ड बनाया है.
बैंकरों पर रखेंगे कड़ी नजर
जर्मन सरकार देश के बैंकों और वित्तीय कंपनियों पर सख्त निगरानी रखेगी. अगले साल से लागू होने वाले नए कानून में बड़े बैंकों से ग्राहकों और खुद के कारोबार को अलग रखने को कहा गया है. जिम्मेदारी न निभाने वाले बैंकर जाएंगे जेल.
स्पेन में बढ़ती बेघरों की संख्या
बिगड़ती आर्थिक हालत में बेघर होते लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. स्पेन में बेरोजगारी, मकानों के भारी किराए और टूटते रिश्तों के बीच 20,000 से ज्यादा लोग सड़क पर आ गए हैं.
उत्साह के बीच आर्थिक मंदी की घबराहट
आर्थिक मंदी से उबरने की कोशिश कर रही दुनिया फिर फिसल सकती है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक अमेरिका और यूरोपीय संघ की समस्याओं के चलते 2013 में दुनिया आर्थिक मुश्किलों का सामना करेगी. भारत और चीन भी जिम्मेदार होंगे.
जेब में डिग्री लिए आप्रवासी
जर्मनी में आने वाले आप्रवासियों में उच्च प्रशिक्षित लोगों की तादाद बढ़ रही है. जर्मन राजनीतिज्ञ सालों से इस बात की कोशिश कर रहे थे, लेकिन विशेषज्ञ इस रुझान को शंका की नजरों से देख रहे हैं.
अर्थव्यवस्थाओं को करीब लाते चीन भारत
भारत और चीन की कंपनियां मिलकर काम करने की योजना बना रही हैं. दोनों देशों की कंपनियों ने नई दिल्ली में अरबों डॉलर के समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. ऊर्जा, इस्पात और मूलभूत संसाधन पर होगा सहयोग.
चीन ने दिया अधिक जिम्मेदारी का संकेत
चीनी अर्थव्यस्था में फिर से तेजी आई. वहीं पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन के मौके पर सीरिया पर चार सूत्री कार्यक्रम की पहल अंतरराष्ट्रीय मंच पर सक्रिय भूमिका निभाने के चीन के इरादे का संकेत है.
जर्मनी पहुंचा यूरो संकट
जर्मनी का निर्यात पिछले साल के मुकाबले इस साल सितंबर में बड़ी तेजी से नीचे गया है. यूरो जोन के कारोबारी साझीदारों के संकट में घिरा होने से मांग घटी है और जर्मन निर्यात का बड़ा नुकसान हुआ है.
रोएसलर ने की भारत में सुधारों की मांग
कमजोर होते आर्थिक विकास के बावजूद एशियाई देश जर्मनी के लिए महत्वपूर्ण हैं. लेकिन व्यापारिक बाधाएं और ढांचागत संरचना की कमी कंपनियों के लिए रुकावटें हैं. नई दिल्ली में जर्मन अर्थनीति मंत्री रोएसलर ने सुधारों की मांग की.
जर्मन कंपनियों के लिए अहम है एशिया
एशियाई देश इस समय विश्व अर्थव्यवस्था का मोटर बने हुए हैं. उनके बिना बहुत सी जर्मन कंपनियों की निर्यात में सफलता मुमकिन नहीं होती. लेकिन इसके बावजूद इस इलाके के साथ जर्मनी का व्यापार संतुलन नकारात्मक है.
अर्थव्यवस्था को सुधारेगी नई योजना
भारत में बजट घाटा कम होता नहीं दिख रहा और वित्त मंत्री पी चिंदबरम की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. देश की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए और निवेश को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने पांच साल का खाका तैयार किया है.
चिट फंड के सहारे चलती जिंदगी
भारत में भ्रष्टाचार के झटकों से अर्थव्यवस्था की रफ्तार मंद तो पड़ी है. विकास भी जारी ही है लेकिन अभी भी आबादी का बड़ा हिस्सा बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठा पाने की स्थिति में नहीं है.
एशियाई दरवाजे पर आर्थिक मंदी
विश्व बैंक का कहना है कि आने वाले दिनों में पूर्व एशियाई देशों की अर्थव्यवस्था में तेजी से गिरावट आएगी. इसकी वजह चीन की अर्थव्यवस्था में आई सबसे बड़ी गिरावट है. भारत भी मंदी की इस मार से बच नहीं पाएगा.
अर्थव्यवस्था पर मिटने लगा भारत का भरोसा
भारत सरकार और भारत की अर्थव्यवस्था पर अब भारत का ही भरोसा खत्म हो रहा है. पिछले साल इस भरोसे में भारी कमी आई. एक अमेरिकी रिसर्च की रिपोर्ट बताती है कि देश में महंगाई और धीमे विकास से जूझ रहे लोगों का संघर्ष बढ़ गया है.
बंदी की कगार पर बिजनेस स्कूल
एक जमाने में मैनेजमेंट की पढ़ाई अच्छी तनख्वाह और ऐश की जिंदगी की गारंटी मानी जाती थी. लेकिन अब ऐसा नहीं है. अर्थव्यवस्था में गिरावट के साथ ही देश के मैनेजमेंट स्कूलों का भविष्य भी अधर में लटका नजर आ रहा है.
जर्मन अर्थव्यवस्था की साख पर शंका
रेटिंग एजेंसी मूडी ने जर्मनी की साख कमजोर करने की चेतावनी दी है. यूरोजोन के कर्ज संकट में सबसे जिम्मेदार सदस्य की भूमिका निभा रहा जर्मनी इस चेतावनी को तो खारिज कर रहा है पर खतरे के कुछ दूसरे संकेत भी हैं.
भारत में नहीं खुलेंगे ईरानी बैंक
भारतीय गृह मंत्रालय ने ईरान के तीन बैंको को भारत में शाखा खोलने से रोक दिया है. कहा जा रहा है कि शाखा खोलने से रोकने के पीछे यह डर है कि इसका इस्तेमाल पैसों के अवैध लेनदेन औऱ आतंकवाद के लिए धन जुटाने में हो सकता है.
रतन टाटा ने भी की सुधारों की मांग
रतन टाटा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से देश में विकास के लिए सुधारों को लागू करने की मांग की है साथ ही विकास की सुस्त पड़ी रफ्तार के लिए उन्होंने मनमोहन सिंह पर आरोप लगाने वालों को भी खरी खरी सुनाई है.
भारत के बाजार के लिए ओबामा का सुझाव
रिटेल और दूसरे कई क्षेत्रों में भारत में विदेशी निवेश पर लगी रोक को देख अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश में निवेश के गिरते माहौल पर चिंता जताई है और कहा है कि वहां आर्थिक सुधारों की लहर फिर से दौड़ानी होगी.
आर्थिक मंदी का रईसों पर कोई असर नहीं
दुनिया भर में आर्थिक मंदी के कारण भले ही सरकारें गिर रही हों, लेकिन रईसों की तिजोरियों पर इसका खास असर नहीं पड़ा है. उनका धन या तो फिक्स्ड डिपॉजिट में सुरक्षित पड़ा है या फिर हीरों और कला में उसे निवेश किया जा चुका है.
आर्थिक विकास को बढ़ावा देता मोबाइल फोन
मोबाइल फोन की बैटरी अगर खत्म हो जाए तो परेशान होने वाली कोई बात नहीं. एक पूरे गांव के लिए गाड़ी की एक बैटरी फोन चार्ज करने के लिए काफी है. मोबाइल फोन ने दुनिया बदल दी है. अब अगली क्रांति का इंतजार है, मोबाइल इंटरनेट.
चीन के आयात निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि
चीन ने विदेश व्यापार में तेज वृद्धि की खबर दी है जबकि खुदरा कारोबार और औद्योगिक उत्पादन की हालत गंभीर बनी हुई है. विशेषज्ञों ने चेतालनी दी है कि विकास दर में कमी निर्यात में तेजी से पूरी नहीं की जा सकती.
आर्थिक विकास के कारण जर्मनी का घाटा घटा
जर्मनी में रिकॉर्ड कर उगाही और सामाजिक बीमा में अरबों के मुनाफे के कारण बजट घाटा 80 अरब यूरो कम रहेगा. केंद्र, राज्य और स्थानीय सरकारों का घाटा सकल घरेलू उत्पाद का एक प्रतिशत ही होगा.
अमेरिका ही रहेगा नंबर वन: ओबामा
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिका के नेतृत्व पर फिर से जोर दिया. चुनावी साल में राष्ट्र की स्थिति पर अपने भाषण में ओबामा ने देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए धनी लोगों से टैक्स देने की मांग की.
विश्व बैंक ने दी एक और मंदी की चेतावनी
पिछले बार की मंदी से दुनिया अभी कराह ही रही है कि वर्ल्ड बैंक ने एक और मंदी की आहट का एलान कर दिया है. बुधवार को वर्ल्ड बैंक ने संभावित मंदी का जिक्र करते हुए विकासशील देशों से तैयार रहने को कहा है.
नई आर्थिक रेटिंग से हैरान यूरोजोन के देश
यूरो मुद्रा का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. अब आर्थिक रेटिंग संगठनों ने निवेशकों को परेशान करने वाले आंकड़े निकाले हैं और यूरो विश्लेषकों को बहस पर मजबूर कर दिया है.
धीमे होते जर्मन विकास से यूरोप हड़का
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने इटली को उसके कठोर बचत कार्यक्रमों के लिए इनाम देने का भरोसा दिया है तो यूरो बाजारों में संकट के बीच खुद जर्मनी की अर्थव्यवस्था में मंदी के संकेत आने लगे हैं.
"विज्ञान में चीन भारत से आगे निकल गया"
विज्ञान में चीन के हाथों अपनी जगह गंवाने का अहसास भारत की सरकार को भी हुआ है. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस ओर ध्यान दिलाते कहा है कि आने वाले सालों में भारत जीडीपी का कम से कम 2 फीसदी विज्ञान की खोजों पर खर्च करेगा.
ईरान पर नए प्रतिबंधों के जरिए दबाव बनाने की कोशिश
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाने की मंजूरी दे दी है. प्रतिबंध लागू हुए तो उनका सीधा असर ईरान के वित्तीय और तेल क्षेत्र के अलावा भारत पर भी पड़ेगा. ईरान ने इसे अनुचित करार दिया.
कौन बचाएगा यूरो को-अब डेनमार्क की बारी
यूरो संकट से घिरे यूरोपीय संघ के देश अब 1 जनवरी का इंतजार कर रहे हैं जब डेनमार्क ईयू की अध्यक्षता संभालेगा. लेकिन खुद यूरो को नकारने वाला देश आर्थिक संकट को कैसे खत्म कर सकता है?
राष्ट्रपति चुनाव के नाम रहेगा अगला साल
नया साल आते आते अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की सुगबुगाहट तेज होने लगी है. अमेरिकी उस शख्स की तलाश में लग गए हैं, जो उनकी इकोनॉमी को संभाल सके. ओबामा लोकप्रियता में नीचे धंस चुके हैं और उनके मुकाबले कोई दिख नहीं रहा.
कपास के शहर में गुस्से का धुआं
साल के इस वक्त आम तौर पर जलगांव शहर सफेद कपास से पटा होता है लेकिन इस साल इस सफेदी पर स्याह चादर पसरी है. किसान सड़कों पर टायर जला रहे हैं, जिसका काला धुआं उनके गुस्से को दिखा रहा है.
ब्राजील की अर्थव्यवस्था ने ब्रिटेन को पछाड़ा
ब्राजील दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. ब्राजील ने ब्रिटेन को सातवें स्थान पर धकेल दिया है. भारत फिलहाल दसवें नंबर पर है. यूरोपीय देश धीरे धीरे लुढ़कने लगे हैं. अमेरिका पहले नंबर पर बकरार है.
आर्थिक नियम से ब्रैडमैन से बेहतर सचिन
भला क्रिकेट और इकोनॉमिक्स का क्या मेल? लेकिन क्रिकेट जगत के सबसे बड़े सवाल का जवाब देने के लिए अर्थशास्त्र के नियमों का सहारा लिया गया है और ये नियम कहते हैं कि ब्रैडमैन नहीं, तेंदुलकर दुनिया के सबसे बड़े बल्लेबाज हैं.
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