अमेरिका में बोले राहुल गांधी: मोदी को हराया जा सकता है
२ जून २०२३कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की नीतियों की कई मोर्चों पर निंदा की. चीन के साथ संबंधों को जिस तरह से मोदी सरकार ने संभाला है, उसकी आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि चीन भारत की जमीन पर कब्जा कर रहा है. उन्होंने कहा, "सच्चाई ये है कि चीन हमारे इलाके पर कब्जा कर रहा है और यह सबको मालूम है. यह पूरी तरह अस्वीकार्य है लेकिन लगता है कि प्रधानमंत्री ऐसा नहीं मानते.” इस बारे में सवाल पूछे जाने पर वॉशिंगटन स्थिति भारतीय दूतावास ने कोई टिप्पणी नहीं की.
वॉशिंगटन में नेशनल प्रेस क्लब में एक कार्यक्रम में गांधी ने बीजेपी की हिंदू राष्ट्रवादी नीतियों की भी आलोचना की.
राहुल गांधी का अमेरिका दौरा भारतीय प्रधानमंत्री के अमेरिका यात्रा से कुछ ही हफ्ते पहले हुआ है. इसी महीने के आखिरी हफ्ते में नरेंद्र मोदी व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे.
राहुल गांधी ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत सरकार की नीतियों का समर्थन किया है. मीडिया से बात करते हुए इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि "हमारी नीति भी समान होती."
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “जो बीजेपी का रुख है, वैसा ही रुख कांग्रेस का होगा. क्योंकि रूस के साथ हमारे संबंध हैं, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. इसलिए मुझे लगता है कि हमारी नीति मोटे तौर पर समान होती.”
मोदी को हराना संभव
इसी हफ्ते राहुल गांधी अमेरिका पहुंचे, जहां उनका तीन शहरों में कार्यक्रम है. वॉशिंगटन में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सबका विकास नहीं चाहती. उन्होंने कहा, "वे समाज में नफरत फैलाते हैं. वे समाज को बांटते हैं और सबको साथ लेकर चलने वाले नहीं हैं. वे सबको गले नहीं लगाते और बंटवारा करते हैं.” गांधी ने बीजेपी पर सरकारी संस्थानों और मीडिया पर कब्जा करने का भी आरोप लगाया.
राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी की पार्टी बीजेपी को एक विपक्ष की एकता के जरिये हराया जा सकता है. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि अगले चुनाव में कांग्रेस बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी. हम लोगों को हैरान कर देंगे. आप सिर्फ गणना कीजिए. एक संयुक्त विपक्ष तो बीजेपी को ऐसे ही हरा देगा.”
राहुल गांधी ने कहा, "विपक्ष बहुत अच्छी तरह से एकजुट है और यह ज्यादा मजबूती से जुड़ रहा है. हम सभी विपक्ष (पार्टियों) के साथ बातचीत कर रहे हैं. मुझे लगता है कि वहां काफी अच्छा काम हो रहा है."
राहुल गांधी ने अपनी संसद सदस्यता रद्द किये जाने पर भी बात की और इसे फायदेमंद बताया. उन्होंने कहा, "इसने मुझे खुद को फिर से परिभाषित करने का मौका दिया है. सच कहूं तो मुझे लगता है मुझे एक तोहफा मिला. उन्हें इसका अहसास नहीं है पर उन्होंने मुझे तोहफा दिया है.”
क्या विकल्प हैं राहुल गांधी के सामने
गुजरात की एक अदालत ने राहुल गांधी को अवमानना के एक मामले में दोषी पाया था और दो साल की जेल की सजा सुनाई थी. इसके बाद लोकसभा ने उन्हें संसद सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था. यह मामला अभी भी कोर्ट में लंबित है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि वह पहले ऐसे व्यक्ति हैं, जिसे मानहानि के मामले में सबसे बड़ी सजा दी गई है. उन्होंने कहा, "यह लोकसभा में अडानी-हिंडनबर्ग विवाद पर उनके भाषण के बाद हुआ. मैंने एक सवाल पूछा और मैं इतिहास में 1947 के बाद से, मानहानि के मामले में सबसे बड़ी सजा पाने वाला भारत का पहला व्यक्ति बन गया हूं. किसी को भी अधिकतम सजा नहीं दी गई है, वह भी पहले अपराध पर. इससे यह साफ हो जाता है कि मेरे साथ क्या हो रहा है. संसद में अडानी के बारे में मेरे भाषण के बाद मुझे अयोग्य करार दिया जाना काफी दिलचस्प है. इसलिए आप गणित लगा सकते हैं.” अपने दस दिन के दौरे के पहले चरण में वह सैन फ्रैंसिस्को गये थे और उन्होंने कैलिफॉर्निया की स्टैन्फर्ड यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित किया.
बीजेपी का पलटवार
राहुल गांधी के बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर दिये जा रहे बयानों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उनकी आलोचना की है. बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कि राहुल गांधी मोदी पर निशाना नहीं लगाते बल्कि भारत को अपमानित करने का काम करते हैं. उन्होंने कहा, "दुनिया भारत के नेतृत्व में विश्वास करती है. दुनिया के नेता मोदी के नेतृत्व का सम्मान करते हैं. मोदी लोकप्रिय नेता के रूप में लगातार दो बार से चुने जा रहे हैं. लेकिन कांग्रेस ये हजम नहीं कर पा रही इसलिए वो कहीं न कहीं जाकर उलटा-सीधा बोल रहे हैं."
विपक्ष के नेताओं के खिलाफ ही बढ़ रहे हैं कानूनी मामले
बुधवार को उन्होंने मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी पर चीन के अधिकारियों के साथ गुपचुप बातचीत करने का आरोप लगाया और उनकी अमेरिका यात्रा के खर्च को लेकर भी सवाल उठाये. उन्होंने कहा, "जब चीन भारत की जमीन का अतिक्रमण करने की कोशिश कर रहा था, उस वक्त राहुल गांधी चीनी अधिकारियों के साथ गुप्त रूप से वार्ता कर रहे थे. उनके राजीव गांधी फाउंडेशन में क्या चीन का पैसा लगा है?"
उधर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि एक आम आदमी देश का प्रधानमंत्री बन गया है और यह बात वे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "राहुल गांधी चाहें देश में हों या विदेश में उनका एक ही काम है, मोदी जी के बारे में भला-बुरा कहना और देश को बदनाम करना. मुझे समझ नहीं आता कि उन्हें मोदी जी से इतनी नफरत क्यों है और वो देश के खिलाफ इतना क्यों बोलते हैं?"
रिपोर्टः विवेक कुमार (एएफपी)